पुलिस के अनुसार, हादसा ग्वालियर-झांसी हाइवे पर शहर से करीब 20 किलोमीटर पहले रविवार सुबह साढे़ 6 बजे हुआ। फॉर्च्यूनर कार झांसी की ओर से आ रही थी। कार जैसे ही मालवा कॉलेज के सामने पहुंची, मोड़ पर रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली सामने आ गई। तेज रफ्तार होने के कारण चालक कार को नियंत्रित नहीं कर सका और कार पीछे से ट्रॉली में घुस गई। कार का आधा हिस्सा ट्रॉली के नीचे चला गया और उसमें सवार सभी पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। शव ट्रैक्टर ट्रॉली और कार के बीच फंसे हुए थे। कार पूरी तरह चकनाचूर हो गई। राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से कार को कटर से काटकर शवों को निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस के अनुसार, सभी मृतक ग्वालियर निवासी थे। वे कार से उत्तर प्रदेश के झांसी से एक कार्यक्रम में शामिल होकर ग्वालियर लौट रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया। मृतकों की पहचान क्षितिज उर्फ प्रिंस राजावत, राज पुरोहित, कौशल सिंह भदौरिया, आदित्य उर्फ राम जादौन और अभिमन्यु सिंह तोमर के रूप में हुई है। फॉर्च्यूनर कार ग्वालियर के प्रॉपर्टी कारोबारी उमेश राजावत की है। शनिवार रात करीब 9 बजे वे शनिचरा धाम से लौटे थे। उनका इकलौता बेटा प्रिंस राजावत कार चला रहा था।
ग्वालियर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने ने बताया कि “झांसी रोड थाना क्षेत्र के अंतर्गत मालवा कॉलेज के सामने बड़ा हादसा हुआ है। इसमें पाँच लोगों की मौत हुई है। मौके पर फोर्स भेजी है। वहीं, नेशनल हाईवे एम्बुलेंस के प्रायमरी मेडिकल ऑफिसर पंकज यादव ने बताया कि सुबह करीब साढे़ 6 बजे सिरोल थाने से सूचना मिली थी कि मालवा कॉलेज के सामने हादसा हुआ है। वे डबरा से टीम सहित सुबह 7:00 बजे मौके पर पहुंचे। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि फॉर्च्यूनर की रफ्तार करीब 160 किमी प्रतिघंटा थी। पुलिस ने कार के दरवाजे तोड़कर घायलों को बाहर निकाला।——