ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ पैट कमिंस बैक इंजरी से उबरकर एशेज़ सीरीज़ के दूसरे टेस्ट में वापसी के मजबूत दावेदार बन गए हैं। गाबा में होने वाले डे-नाइट टेस्ट से छह दिन पहले कमिंस ने एससीजी नेट्स पर पिंक बॉल से एक घंटे से अधिक गेंदबाज़ी की।
पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की जीत के दौरान कमिंस उपलब्ध नहीं थे, लेकिन शुक्रवार सुबह उन्होंने स्टीव स्मिथ को पिंक बॉल से लय में गेंदें डालकर अपनी फिटनेस को साबित किया।
इसी बीच जोश हेज़लवुड भी हैमस्ट्रिंग इंजरी से उबरने की कोशिश में नेट्स में उतरे। उन्होंने करीब 45 मिनट तक छोटे रन-अप से गेंदबाज़ी की और अपनी रिकवरी को ट्रैक पर बताया।
दूसरे टेस्ट के लिए अभी ऑस्ट्रेलियाई टीम घोषित नहीं
गाबा टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं ने अभी टीम की घोषणा नहीं की है। लेकिन कमिंस की वापसी मेज़बानों के लिए बड़ा बूस्ट मानी जा रही है, जिन्होंने पर्थ में श्रृंखला का पहला मुकाबला आठ विकेट से जीतकर 1-0 की बढ़त हासिल की थी।
32 वर्षीय कमिंस ने जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ क्लीन स्वीप के बाद से कोई मैच नहीं खेला है, जब उनकी पीठ में पहली बार दर्द महसूस हुआ था। हालांकि, शुरुआती अनुमान के मुताबिक अगले गुरुवार के टेस्ट को उनकी संभावित वापसी तारीख माना गया था और अब संकेत सकारात्मक हैं।
पूरी गति से गेंदबाज़ी, किसी तरह की परेशानी नहीं
कमिंस मंगलवार को पिंक बॉल से अभ्यास करने के बाद शुक्रवार को फिर नेट्स में उतरे और पूरी रफ्तार से गेंदबाज़ी करते दिखे। वह मिचेल स्टार्क और नाथन लायन के साथ नेट साझा कर रहे थे और उनकी बॉडी लैंग्वेज में किसी तरह की असहजता नज़र नहीं आई।
हेज़लवुड और एबॉट की रिकवरी जारी
दूसरे नेट में हेज़लवुड और सीन एबॉट भी अपनी हैमस्ट्रिंग इंजरी से उबरने के संकेत देते दिखे।
हेज़लवुड लगभग 50 प्रतिशत की रफ्तार से रन-अप लेकर एक स्टंप पर गेंदबाज़ी कर रहे थे। उन्होंने 7न्यूज से कहा कि वापसी के लिए कोई टाइमलाइन तय नहीं है, लेकिन वह “सीरीज़ में खेलने के लिए दृढ़ संकल्पित” हैं।
वहीं एबॉट थोड़ी अधिक परेशानी में दिखे और केवल कुछ कदमों के रन-अप से गेंदबाज़ी कर रहे थे। एबॉट ऑस्ट्रेलिया की शुरुआती एशेज़ टीम का हिस्सा थे, लेकिन पहले टेस्ट से एक हफ्ता पहले शेफ़ील्ड शील्ड मैच के दौरान हेज़लवुड के साथ ही चोटिल हो गए थे।
ऑस्ट्रेलियाई टीम प्रबंधन उम्मीद जता रहा है कि कमिंस की वापसी से टीम को महत्वपूर्ण बढ़त मिलेगी और तेज़ गेंदबाज़ों की फिटनेस धीरे-धीरे पटरी पर लौटेगी।