एक आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल
भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार,आरोपी पवनजीत निवासी नहरी, जिला सोनीपत को नकली ग्राहक
बनाकर पकड़ा गया। मामले की शुरुआत तब हुई जब 14 नवम्बर 2025 को जिले के पीसीपीएनडीटी
नोडल अधिकारी डॉ. नितिन फलसवाल ने थाना कुंडली में शिकायत दी कि टीडीआई सिटी स्थित
डीप मेडिकोज में बिना चिकित्सक के पर्चे के गर्भपात किट बेची जा रही है। यह सूचना सिविल
सर्जन सह अध्यक्ष जिला स्तरीय समिति को मिली, जिसके बाद टीम का गठन कर कार्रवाई की
योजना बनाई गई।
समिति ने नकली नोट तैयार कर उनकी सूची बनवाई और उस पर विधिवत
हस्ताक्षर किए। लगभग 11 बजे टीम कुंडली रवाना हुई। योजना के तहत एक फर्जी महिला ग्राहक
दीप मेडिकोज पहुंची और आरोपित से गर्भपात किट मांगी। आरोपित ने 500 रुपये में सौदा तय
किया। महिला ने उसे नकली पाँच सौ रुपये का नोट दिया, जिसके बदले आरोपित ने एमटीपी किट
दे दी। किट कॉन्ट्रा पिल-किट के रूप में थी, जिसमें मिफेप्रिस्टोन और मिसोप्रोस्टोल
की गोलियाँ शामिल थीं।
संकेत मिलते ही टीम दुकान में दाखिल हुई और आरोपित से पूछताछ
की। उसकी जेब से वही पांच सौ रुपये का नोट भी बरामद कर लिया गया। पूछताछ में आरोपित
ने किट नरेला के एक दवा सप्लायर से मंगवाने की बात स्वीकार की। आरोपित द्वारा गर्भसमापन
अधिनियम की धाराओं का उल्लंघन करने पर थाना कुंडली में भारतीय न्याय संहिता तथा मेडिकल
टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया। थाना कुंडली की जांच टीम
द्वारा आरोपित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया
गया।