मचाडो का जन्म 1968 में वेनेजुएला के बारक्विसिमेटो में एक धनी परिवार में हुआ। उन्होंने सेंट्रल वेनेजुएला विश्वविद्यालय से जैव रसायन में स्नातक और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से परास्नातक की डिग्री हासिल की। वर्ष 2000 में राजनीति में प्रवेश करने वाली मचाडो ने वोलेंटेड एनरीडा पार्टी की स्थापना की, जो लोकतंत्र, मानवाधिकार और आर्थिक सुधारों पर केंद्रित है। वह 2015-20 तक संसद की सदस्य रहीं। इस दाैरान उन्होंने भ्रष्टाचार और चुनावी धांधली के खिलाफ आवाज उठाई। वर्ष 2023 में राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन के बाद उन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया। हालांकि उन्हाेंने मादुराे शासन के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखा।इस वर्ष के नाेबेल शांति पुरस्कार की दौड़ में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) और गाजा संघर्ष की शांति के लिए प्रयासरत संगठन प्रमुख दावेदार थे। इस दाैरान ट्रंप ने खुद को प्रचारित करने की कोशिश की, लेकिन नामांकन प्रक्रिया के कारण वह अयोग्य थे। रूस ने पुरस्कार की घोषणा से ठीक पहले ट्रंप का समर्थन किया था, लेकिन समिति ने इसे नकार दिया।समिति के पास कुल 338 नामांकन थे, जिसमें 224 व्यक्ति, 94 संगठन और अन्य शामिल थे। इस बीच मचाडो की जीत वेनेजुएला के 2024 के चुनाव विवाद को उजागर करती है जिसमें मादुरो ने 51% वोटों से जीत का दावा किया, लेकिन विपक्ष ने इसे धोखा बताया था। यह पुरस्कार लैटिन अमेरिका में लोकतंत्र की लड़ाई को वैश्विक मंच पर लाता है। ———–