अमेरिका में क्रिप्टो एक्सचेंज के संस्थापक चांगपेंग झाओ को क्षमादान, ट्रंप ने दस्तावेज पर किए हस्ताक्षर

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एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बयान में कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को झाओ को क्षमा करते हुए क्षमादान संबंधी दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर दिए। लेविट ने कहा, “राष्ट्रपति ने इसके लिए अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग किया। झाओ पर बाइडेन प्रशासन ने क्रिप्टो करेंसी के खिलाफ अपने अभियान में मुकदमा चलाया था।”

उन्होंने कहा, ” बाइडेन प्रशासन ने क्रिप्टो करेंसी उद्योग को दंडित करने की अपनी जिद के कारण किसी भी साक्ष्य के बिना झाओ पर मुकदमा चलाया।”

बताया गया है कि उस समय झाओ को चार महीने जेल की सजा सुनाई गई। उन्होंने न्याय विभाग के साथ एक समझौता किया। उन्हें बिनांस में मनी लॉन्ड्रिंग को बढ़ावा देने का दोषी ठहराया गया था। संयुक्त राज्य अमेरिका ने बिनांस को 4 अरब डॉलर से ज्यादा का जुर्माना भरने भी आदेश दिया, जबकि झाओ 5 करोड़ डॉलर का जुर्माना भरने पर सहमत हुए।

ट्रंप से क्षमादान मिलने के कारण झाओ को बिनांस में सीधा नियंत्रण फिर से हासिल हो गया है। झाओ ने एक्स पर लिखा, “क्षमादान, निष्पक्षता, नवाचार और न्याय के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता को बनाए रखने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप का मैं बहुत आभारी हूं। अब हम अमेरिका को क्रिप्टो की राजधानी बनाने और दुनिया भर में वेब3 को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।”

लीविट ने कहा, “बाइडेन प्रशासन के इन कदमों ने प्रौद्योगिकी और नवाचार में वैश्विक नेता के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिष्ठा को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। क्रिप्टो पर बाइडेन प्रशासन का युद्ध समाप्त हो गया है।” बिनांस दुनिया के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में से एक है। इसकी वेबसाइट पर बताया गया है कि यह औसतन प्रतिदिन 65 बिलियन डॉलर से अधिक का लेनदेन करता है।

बिनांस के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा, “हम राष्ट्रपति ट्रंप को उनके नेतृत्व और अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो राजधानी बनाने की उनकी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद देते हैं।” कंपनी ने कहा कि झाओ की परिकल्पना ने न केवल बिनांस को दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज बनाया, बल्कि व्यापक क्रिप्टो आंदोलन को भी आकार दिया।

ट्रंप ने गुरुवार को रियलिटी स्टार टॉड और जूली क्रिसली, इलिनोइस के पूर्व गवर्नर रॉड ब्लागोजेविच, हिप-हॉप स्टार लिल वेन और हाल ही में पूर्व प्रतिनिधि जॉर्ज सैंटोस, आर-एनवाई को माफ कर दिया है। सीएनबीसी के अनुसार, मार्च में ट्रंप ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बिटमेक्स के तीन सह संस्थापकों को भी माफ कर दिया था।

ट्रंप ने 2024 के चुनाव में क्रिप्टो उद्योग के साथ न्याय करने का वादा किया था। उनके परिवार से जुड़े एक क्रिप्टो उद्यम ने पिछले एक साल में कई क्रिप्टो उत्पाद लॉन्च किए । मई में ट्रंप ने अपने “मीम कॉइन” के शीर्ष खरीदारों के लिए एक रात्रिभोज का आयोजन किया। रात्रिभोज में एकत्रित भीड़ ने ट्रंप मीम कॉइन खरीदने में लगभग 150 मिलियन डॉलर खर्च किए।

द वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, बिनांस के वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। लिबर्टी ने ट्रंप परिवार के कई क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स का प्रबंधन किया है और परिवार के लिए 4 बिलियन डॉलर से अधिक की कमाई की है। जर्नल ने यह भी बताया कि वर्ल्ड लिबर्टी का प्रमुख क्रिप्टो कॉइन एक क्रिप्टो एक्सचेंज पर चलता है। इसका बिनांस गुपचुप प्रबंधन करता है।

एक सार्वजनिक दस्तावेज के अनुसार, बिनांस ने सितंबर में चार्ल्स मैकडॉवेल नामक एक नए लॉबिस्ट को भी नियुक्त किया। मैकडॉवेल, राष्ट्रपति के सबसे बड़े बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर के मित्र हैं और पिछले सप्ताह व्हाइट हाउस में उनकी एक साथ तस्वीरें खींची गईं। सोमवार को मैकडॉवेल की लॉबिंग फर्म चेकमेट गवर्नमेंट रिलेशंस ने खुलासा किया कि बिनांस ने पिछले महीने के काम के लिए उसे 450,000 डॉलर का भुगतान किया।

वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल ने एक बयान में कहा कि वह आज की खबरों और डीसी में हो रहे समग्र बदलाव की सराहना करते हुए क्रिप्टो उद्योग के साथ खड़ा है। वर्ल्ड लिबर्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि “क्षमा प्रक्रिया में उनकी कोई भूमिका नहीं थी।” गुरुवार को व्हाइट हाउस की प्रेस ब्रीफिंग में प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट से झाओ की क्षमादान से जुड़े संभावित हितों के टकराव के बारे में पूछा गया। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति और व्हाइट हाउस, राष्ट्रपति के पास आने वाले हर क्षमादान अनुरोध की गहन जांच करते हैं।”

लेविट ने कहा, “मैंने क्षमादान के बाद व्हाइट हाउस वकील से इस बारे में बात की । यह बाइडेन प्रशासन का अत्यधिक प्रचारित मामला था।” ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, झाओ दुनिया के 31वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। बुधवार तक, उनकी संपत्ति लगभग 55 अरब डॉलर थी।