पुलिस के द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मामला तब सामने आया जब 10 अक्टूबर की रात मुखबिर से सूचना मिली कि दो युवक कोरबा से बनारस जा रही बस में गांजा लेकर सफर कर रहे हैं। जानकारी मिलते ही चौकी प्रभारी वाड्रफनगर धीरेंद्र तिवारी की अगुवाई में पुलिस टीम एक्शन मोड में आ गई। रात करीब 12:30 बजे शिव शक्ति महिंद्रा बस वाड्रफनगर चौकी के सामने पहुंची, जिसके बाद पुलिस ने गवाहों की मौजूदगी में बस की तलाशी ली।
तलाशी के दौरान पहले नंबर की अपर बर्थ पर बैठे दो युवकनीतीश चंद (19 वर्ष), निवासी नदीहार थाना राजगढ़, जिला मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश) दूसरा दीपक शर्मा (24 वर्ष), निवासी झापड़ी थाना सुकृत, जिला सोनभद्र (उत्तर प्रदेश) के पास से दो बैग बरामद किए गए, जिनमें से प्रत्येक में 2.100 किलोग्राम गांजा रखा हुआ था। कुल 4.200 किलोग्राम अवैध गांजा जब्त किया गया।
उड़ीसा से लाए थे गांजा, यूपी में बेचने की थी तैयारी
पूछताछ में दोनों आरोपितों ने बताया कि वे यह गांजा उड़ीसा से लेकर आए थे और उत्तर प्रदेश में ऊंचे दाम पर बेचने की योजना थी। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आज शनिवार को दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर रामानुजगंज न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
उल्लेखनीय है कि, नशे की तस्करी पर वाड्रफनगर पुलिस की यह कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि जिले की सीमाओं में अब नशे के कारोबारियों की दाल गलने वाली नहीं। पुलिस की यह सतर्कता आने वाले त्योहारों से पहले सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने का संकेत देती है।