भोपाल, 26 अक्टूबर । मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। रविवार को राज्य के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई। श्योपुर में 9 घंटे में 2 इंच तक पानी बरस गया, जबकि बालाघाट के मलाजखंड में करीब 1 इंच बारिश दर्ज की गई। राजधानी भोपाल में दिनभर रिमझिम बरसात से मौसम सुहावना बना रहा। बारिश का असर इंदौर, उज्जैन, धार, नर्मदापुरम, दमोह, जबलपुर, सागर, पचमढ़ी, रतलाम, शाजापुर, देवास, रायसेन, विदिशा, सीहोर, आगर-मालवा और बालाघाट समेत करीब 20 जिलों में देखने को मिला।
मौसम विभाग ने 27 से 29 अक्टूबर तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश, गरज-चमक और आंधी की चेतावनी जारी की है। इसका सबसे ज्यादा असर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम और जबलपुर संभागों में रहेगा। श्योपुर जिले के सलवानिया बुखारी गांव में लगातार हुई बारिश से खेतों में पानी भर गया, जिससे काटकर रखी गई धान की फसल बह गई। वहीं, उज्जैन में रविवार सुबह 4 बजे से 7:30 बजे तक रुक-रुककर हल्की बारिश होती रही। खरगोन में 1.5 इंच, बैतूल में 1 इंच, जबकि उज्जैन और सागर में पौन इंच बारिश दर्ज की गई। भोपाल में रातभर रिमझिम फुहारें पड़ती रहीं।
अगले 24 घंटे में दक्षिण-पश्चिम जिलों में तेज बारिश की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे में धार, बड़वानी, झाबुआ और अलीराजपुर जिलों में तीव्र वर्षा (2.5 से 4.5 इंच तक) होने की संभावना है। वहीं, इंदौर, रतलाम, देवास, शाजापुर, बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट सहित कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के आसार हैं।
मानसून विदाई के बाद भी बरसात जारी
मौसम विभाग ने बताया कि 13 अक्टूबर को आधिकारिक तौर पर मानसून प्रदेश से विदा हो चुका है। इस वर्ष मानसून लगभग 3 महीने 28 दिन सक्रिय रहा। फिर भी अक्टूबर के उत्तरार्ध में बारिश का दौर जारी है, जिससे विशेषज्ञों ने इसे “इस साल की हैप्पी एंडिंग” बताया है। इस सीजन में गुना सबसे अधिक वर्षा वाला जिला रहा, जहां 65.7 इंच पानी गिरा। वहीं, श्योपुर में औसत से 216 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई। इसके विपरीत शाजापुर जिले में सबसे कम केवल 28.9 इंच (81 प्रतिशत) बारिश हुई।
औसत से 15 प्रतिशत अधिक बरसा प्रदेश
इस वर्ष प्रदेश में औसतन 115 प्रतिशत वर्षा दर्ज की गई है, जो अनुमानित 106 प्रतिशत से अधिक है। ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में दोगुनी बारिश हुई, जबकि इंदौर, ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभागों के 50 जिलों में वर्षा का कोटा पूरा हो गया। केवल भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम संभाग के कुछ जिलों में बारिश सामान्य से थोड़ी कम रही।