संघ ने पत्र में उल्लेख किया है कि हाल ही में लालकुआँ तहसील में घटी आत्महत्या की घटना के बाद, कुछ लोग अपने पक्ष में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए आत्महत्या की धमकी देने लगे हैं। 25 सितंबर को राजस्व उप निरीक्षक मीनाक्षी को कमल गरजौला नामक व्यक्ति ने फोन और मौखिक रूप से धमकी दी कि यदि रिपोर्ट उसके पक्ष में नहीं लगी तो वह जहर खा लेगा।
इसी तरह राजस्व उप निरीक्षक अरुण वर्मा को हल्द्वानी तहसील में कार्यरत टंकक हरिदत्त तिवारी ने न केवल अपशब्द कहे बल्कि व्हाट्सएप पर पत्र भेजकर आत्महत्या करने और उसकी जिम्मेदारी अरुण वर्मा व जिला प्रशासन पर डालने की धमकी दी। इस प्रकरण में अरुण वर्मा ने थानाध्यक्ष हल्द्वानी को लिखित शिकायत दी, लेकिन अब तक पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
संघ का कहना है कि आरोपित व्यक्ति तहसील परिसर में लगातार मौजूद रहता है, जिससे राजस्व उप निरीक्षकों का मनोबल गिरा हुआ है और वे भय के माहौल में काम करने को विवश हैं। लेखपाल संघ ने तहसीलदार से मांग की है कि पुलिस विभाग को कार्रवाई हेतु पत्राचार किया जाए और तहसील परिसर को भयमुक्त बनाया जाए।