सोमवार को उपायुक्त के निर्देश पर तत्परता दिखाते हुए संबंधित महिला मरीज को सदर अस्पताल, जमशेदपुर में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों की निगरानी में उसका उपचार जारी है।
उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि पूरे प्रकरण की जांच की जाए और लापरवाही के लिए उत्तरदायी अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगी जाए। उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने वाले कर्मियों के खिलाफ कडी कार्रवाई हो। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी परिस्थिति में मरीजों को चिकित्सा सुविधा से वंचित रखना अस्वीकार्य है। जिला प्रशासन निरंतर स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के लिए प्रयासरत है और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।