रानी बाजार स्थित बंगाली मंदिर में सुबह देवी प्रतिमाओं के विसर्जन से पहले विशेष-पूजा अर्चना की गई। बंगाली समाज की महिलाओं ने देवी माता के सिन्दूर अर्पण किया। बाद में एक-दूसरे चेहरे पर सिन्दूर लगाकर सुख-समृद्धि की कामना की। देवी माता से परिवारजनों के लिए मंगल की कामना की। साथ ही अगले वर्ष फिर से आने का आग्रह किया। इससे पहले बंगाल से आए पंडित ने मंत्रों के साथ दर्पण विजर्सन कराया। माता के पुष्पांजलि अर्पित की गई। अपराह्न बाद में ढाक(ढोल) और गाजे-बाजे के साथ दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के लिए रवाना हुए। देवी प्रतिमा का विजर्सन देवीकुंड सागर में किया गया।