बैठक में प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने कहा कि भारत के लौह पुरुष, सरदार वल्लभभाई पटेल के समर्पण, नेतृत्व और प्रशासनिक कौशल ने भारत के एकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हाेंने उकहा कि सरदार पटेल ने देश को एक सूत्र में पिरोने के लिए सैकड़ों रियासतों का विलय कराया तथा आधुनिक भारत की बुनियाद रखी। उनके विचार आज भी हमारे लोकतंत्र, प्रशासन और एकता के लिए प्रेरणा हैं। महान विभूतियों को याद करने का सबसे बड़ा उद्देश्य युवाओं को उनके आदर्शों से परिचित कराना होता है। ऐसी ही महान विभूति थे सरदार पटेल, जिनका भारत में अमूल्य योगदान रहा है। सरदार पटेल को किसी राजनैतिक सीमाओं से नहीं बांधा जा सकता है।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि भारत की महान विभूतियों को जो सम्मान मिलना चाहिए था, वह कांग्रेस ने सिर्फ अपने परिवार तक सीमित रखा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत और भारत की विरासत को ससम्मान सहेजने का कार्य हो रहा है।
जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने विश्व पटल पर अपनी खोई हुई साख को वापस पाने का कार्य किया है। सरदार पटेल के अधूरे सपनों को पीएम मोदी पूरे करने के प्रति संकल्पबद्ध है।
जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती ने कहा कि राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह देशवासियों को स्मरण कराता है कि सरदार पटेल ने स्वतंत्र भारत के निर्माण में 562 रियासतों को एकजुट करने और आधुनिक भारत की नींव रखने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू ने कहा कि सरदार पटेल की जयंती को धूम धाम से मनाने का प्रयास है, जिससे लोगों में सरदार पटेल के योगदान को सही और विस्तार से पहुंचाया जाए। विधान परिषद सदस्य अशोक अग्रवाल ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में पूर्व जिला अध्यक्ष विद्या राम वर्मा, ब्लाक प्रमुख संघ प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप सिंह सेनानी, जिला उपाध्यक्ष राजेश अग्निहोत्री, कर्मवीर सिंह, एस पी मौर्य, संजय सिंह, महामंत्री अनुराग मिश्र, ओम वर्मा, सत्येंद्र राजपूत, पू उपाध्यक्ष आजाद भदौरिया, मंत्री अविनाश पांडेय, अजय शुक्ल, मंगतराम अर्कवंशी, नीतू चंद्र, मीडिया प्रभारी गांगेश पाठक,आईटी संयोजक सौरभ सिंह, सोशल मीडिया संयोजक प्रद्युम्न मिश्र, युवा मोर्चा अध्यक्ष आकाश सिंह, महिलामोर्चा अध्यक्ष अलका गुप्ता, एनजीओ संयोजक मुकुल सिंह आशा, सभी मंडल अध्यक्ष एवं मंडल प्रभारी मौजूद रहे।