रायपुर 12 अक्टूबर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के माधव नगर जोरापारा बस्ती में आज रविवार काे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर विजयदशमी उत्सव धूमधाम से मनाया। शारदा चौक स्थित आरडी बिल्डिंग मैदान में आयोजित कार्यक्रम में स्वयंसेवकों और गणमान्य नागरिकों ने हिस्सा लिया।
जोरापारा बस्ती प्रमुख प्रणीत जैन ने बताया कि इस अवसर पर एकत्रीकरण और शस्त्र पूजन, संबोधन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक ध्वज प्रणाम के साथ हुआ, जिसके बाद अमृत वचन और एकल गीत प्रस्तुत किए गए। आज के कार्यक्रम नगर सरसंघ चालक मनीष साहू की अध्यक्षता में कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि इंदिरा गांधी वार्ड के पार्षद अवतार सिंह बागल थे।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रायपुर महानगर के प्रचार प्रसार प्रमुख शुभम अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सौवां वर्ष समूचे हिंदू समाज के सहयोग और आशीर्वाद का परिणाम है। उन्होंने बताया कि संघ ने 1925 से राष्ट्र निर्माण और समाज के प्रत्येक वर्ग में संगठन व संस्कार की भावना विकसित करने का कार्य किया है। साथ ही संघ के शताब्दी वर्ष अपने संबोधन में कहा कि संघ ने अपने गौरवशाली इतिहास में समाज को दिशा देने और जागृत करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। उन्होंने बताया कि अब संघ ने भारत माता के सर्वांगीण विकास के लिए ‘पंच परिवर्तन’ के लक्ष्य तय किए हैं, जिनकी शुरुआत कुटुंब से होगी।
उन्होंने स्वयंसेवकों से समाज में जामवंत की भूमिका निभाने का आह्वान किया, ताकि वे दूसरों को प्रेरित कर आत्मजागरण की राह दिखा सकें। साथ ही पारिवारिक एकता पर जोर देते हुए कहा कि परिवार के सदस्यों को प्रतिदिन एक समय साथ भोजन करना चाहिए, क्योंकि यही सामाजिक समरसता की नींव है। उन्होंने बताया कि पांच परिवर्तन सामाजिक समरसता,पर्यावरण संरक्षण,नागरिक कर्तव्य, कुटुंब प्रबोधन,स्वदेशी पर केंद्रित कार्यक्रम किए जाएंगे। स्थानीय इकाइयां आवश्यकता के अनुसार कार्यक्रमों की योजना बनाएंगी।
इस अवसर पर माधव नगर जोरापारा बस्ती के स्वयं सेवकों के साथ प्रमुख कार्यकर्ता जिनमें नगर सरसंघ चालक मनीष साहू, महानगर प्रचार प्रसार प्रमुख शुभम अग्रवाल, पवन साहू , इंदिरा गांधी वार्ड के पार्षद अवतार सिंह बागल, सुरेश कुंबलकर , भूषण टावरे जी, जोरापारा बस्ती प्रमुख प्रणीत जैन, संजय चोपकर सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।