किसानों के पुरुषार्थ के कारण ही यह संभव हो पाया है। चना, बाजरा, केला, अदरक, प्याज, आम व मसालों के उत्पादन के मामले में न केवल भारत आत्मनिर्भर हुआ है, बल्कि निर्यातक भी बना है। यह केवल स्वदेशी की भावना के कारण ही संभव हो पाया है। मेक इन इंडिया का अगला चरण मेक फॉर द वर्ल्ड होगा। बराला शनिवार को सिरसा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन के समय महात्मा गांधी ने विदेशी सामान की होली जलाने का काम किया था और देशवासियों से आह्वान किया था कि स्वदेशी को अपनाएं। उनके आह्वान पर देश के अंदर न केवल बंगाल विभाजन का विरोध हुआ, बल्कि स्वदेशी अपनाने का अभियान भी पूरे जोश के साथ देश में चला। सभी ने मिलकर स्वदेशी का प्रचार करते हुए इसे स्वतंत्रता आंदोलन की बड़ी ताकत बना दिया था। इसके उपरांत अनेक संगठनों ने इसे आगे बढ़ाने का काम किया। इन्हीं सब महान पुरुषों से प्रेरणा लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस विषय को आगे बढ़ाने का काम किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल अवसंरचना और वोकल फॉर लोकल जैसे नारे देकर उस विरासत को बहुत मजबूती से आगे बढ़ाने का काम किया है। आज योग भारत की बदौलत पूरी दुनिया में लोगों ने अपनाया है।
उन्होंने कहा कि अब देश रक्षा प्रणाली में आत्मनिर्भर बन रहा है। देश में ब्रह्मोस मिसाइल से लेकर सेमीकंडक्टर तक का निर्माण हो रहा है। पूरी दुनिया ने देखा कि किस प्रकार हमारे रक्षा उपकरणों ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को धूल चटाने का काम किया। भारतीय भाषाओं से लेकर ज्ञान परंपराओं और विश्वस्तरीय वस्तुओं तक, हम आगे बढ़ चुके हैं। स्वदेशी का अर्थ है कि हमारी अर्थव्यवस्था में नया मूल्य जोड़ा जाए और भारत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे ले जाया जाए। आज भारत कई देशों को रक्षा उपकरण निर्यात भी कर रहा है। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष भाजपा यतिंद्र सिंह एडवोकेट, प्रदेश मीडिया प्रभारी संदीप, प्रदेश सचिव सुरेंद्र आर्य, जगदीश चोपड़ा, पूर्व विधायक मक्खन लाल सिंगला, रामचंद्र कंबोज, शीशपाल कंबोज, रोहताश जांगड़ा आदि मौजूद थे।