मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना अवदाब तीव्र होकर गहरा अवदाब में परिवर्तित हो गया है। इसके आगामी 24 घंटो में तीव्र होकर चक्रवाती तूफान बनने व तत्पश्चात और तीव्र होकर 28 अक्टूबर को आंध्रप्रदेश तट की ओर तीव्र चक्रवाती तूफान के रूप में पहुंचने की प्रबल संभावना है। एक और अवदाब मध्य-पूर्वी अरब सागर में अवस्थित है तथा एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत में 26 अक्टूबर से सक्रिय होने की संभावना है। इसके प्रभाव से दक्षिणी व पूर्वी भागों में 29 अक्टूबर तक गरज-चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश होने व तंत्र का सर्वाधिक असर 27-28 अक्टूबर को होने की संभावना है। रविवार को उदयपुर, कोटा व अजमेर संभाग के कुछ जिलों में हल्की-मध्यम बारिश दर्ज की गई। 27-28 अक्टूबर को उदयपुर, कोटा, अजमेर, जोधपुर, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है। कोटा, उदयपुर संभाग व आसपास के जिलों में 27 अक्टूबर को कहीं-कहीं भारी व अतिभारी बारिश व 28 अक्टूबर को भारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां 29-30 अक्टूबर को भी दक्षिण भागों में जारी रहने की संभावना है। शनिवार को पूर्वी राजस्थान में कही कही पर हल्की वर्षा दर्ज की गई तथा पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहा। सर्वाधिक वर्षा राज्य में झालावाड़ (मनोहर थाना) में 16 मिलीमीटर दर्ज की गई। राज्य में हवा में आद्र्रता की औसत मात्रा न्यूनतम 38 तथा अधिकतम 90 प्रतिशत दर्ज की गई। 36 डिग्री के साथ बाड़मेर का दिन और 24 डिग्री के साथ फलौदी की रात सबसे गर्म रही।