मुकाबले की शुरुआत में दिल्ली तूफानों का खेल पूरी तरह हावी रहा। कप्तान और सेटर साक़लैन तारिक ने मिडिल अटैक का शानदार इस्तेमाल किया, वहीं जसीम की दमदार ब्लॉक्स और कार्लोस बेरियोस की तेज़ सर्व ने टीम को शुरुआती बढ़त दिलाई। वेनेजुएला के अटैकर जीसस चौरियो ने दाईं ओर से लगातार स्मैश लगाते हुए अहमदाबाद की डिफेंस को कमजोर किया। अनु जेम्स के सहयोग से दिल्ली ने शुरुआती दो सेट आसानी से अपने नाम किए।
हालांकि तीसरे सेट से मुकाबले का रुख बदल गया। शॉन टी. जॉन के कोर्ट में उतरते ही अहमदाबाद ने नई ऊर्जा के साथ खेलना शुरू किया। उनके शानदार स्मैश और सुपर पॉइंट ने वापसी की नींव रखी। अभिनव की बैकलाइन पर एंट्री ने डिफेंस को मजबूती दी, जबकि अखिन की लगातार सफल ब्लॉक्स ने दिल्ली को रोक दिया।
निर्णायक पांचवें सेट में मुकाबला रोमांचक हो गया। बत्तूर बटसुरी के आक्रामक खेल ने अहमदाबाद को बढ़त दिलाई, जबकि दिल्ली ने भी पूरी ताकत झोंक दी। आखिर में अहमदाबाद ने धैर्य बनाए रखा और 18-16 से निर्णायक सेट जीत लिया।
इस जीत के साथ अहमदाबाद डिफेंडर्स ने न सिर्फ अंक तालिका में दो अहम अंक जोड़े बल्कि यह भी साबित किया कि प्राइम वॉलीबॉल लीग में अंतिम सीटी बजने तक कुछ भी संभव है।