बैठक का उद्देश्य आगामी जनगणना 2027 की तैयारी के तहत बीएसएल टाउनशिप क्षेत्र एवं उससे सटे गांवों की भौगोलिक और प्रशासनिक सीमाओं का स्पष्ट निर्धारण करना था। उपायुक्त ने बीएसएल और चास प्रखंड की टीम को एक सप्ताह के भीतर विस्तृत सर्वे रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में प्रत्येक सेक्टर, खाली क्षेत्र और अतिक्रमण की स्थिति को ब्लैक एंड व्हाइट रूप में स्पष्ट रूप से दर्शाया जाए ताकि भविष्य में किसी तरह की अस्पष्टता न रहे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कार्य केवल कागज़ी न होकर मैदानी सत्यापन पर आधारित हो। उपायुक्त ने बीएसएल प्रबंधन को निर्देश दिया कि टाउनशिप के शहरी या ग्रामीण स्टेटस को स्पष्ट करने के लिए नगर विकास एवं उद्योग विभाग को आवेदन भेजें, ताकि परिसीमन रिपोर्ट में सभी बिंदुओं का सम्यक समावेश हो सके।
उपायुक्त ने कहा कि बीएसएल क्षेत्र औद्योगिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि बड़ी आबादी वाले क्षेत्र के रूप में भी महत्वपूर्ण है। इसलिए परिसीमन कार्य को पारदर्शिता और समयबद्धता से पूरा किया जाना आवश्यक है। उन्होंने एसडीओ चास प्रांजल ढांडा को इस कार्य का नोडल पदाधिकारी नामित किया और बताया कि अगली समीक्षा बैठक 21 अक्टूबर को होगी।