मुख्यमंत्री शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल प्रवासी राजस्थानियों, औद्योगिक समूहों, व्यवसायियों और उद्यमियों को राज्य के विकास में सक्रिय योगदान के लिए आमंत्रित करेगा। इस दौरान टेक्सटाइल एवं होजरी, केमिकल तथा खनिज जैसे विभिन्न व्यवसायिक क्षेत्रों में कार्यरत व्यावसायिक और औद्योगिक समूहों के प्रमुखों के साथ वन-टू-वन बैठकें भी आयोजित होंगी। उल्लेखनीय है कि प्रवासी राजस्थानी मीट राज्य में निवेश को प्रोत्साहित करने, सहभागिता को सुदृढ़ बनाने, राजस्थान और उसके वैश्विक प्रवासी समुदाय के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ करने तथा राज्य की विकास यात्रा में उनकी निरंतर भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।
10 दिसंबर को आयोजित होने वाले प्रवासी राजस्थानी दिवस की तैयारियों की कड़ी में यह तीसरा कार्यक्रम है जो कोलकाता में आयोजित किया जा रहा है। इससे पहले हैदराबाद और सूरत में आयोजित प्रवासी राजस्थानी मीट्स के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रवासी राजस्थानियों को राज्य में नए अवसरों की संभावनाएं तलाशने के लिए प्रेरित किया था। इन कार्यक्रमों में उन्होंने प्रवासी राजस्थानी समुदाय के योगदान की सराहना करने के साथ ही राज्य के समावेशी एवं सतत् विकास के लिए उन्हें पूरा सहयोग देने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की थी।
प्रवासी राजस्थानी मीट के प्रतिनिधिमण्डल में नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा, ग्रामीण विकास विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रेया गुहा, उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रमुख शासन सचिव आलोक गुप्ता, राजस्थान फाउंडेशन की आयुक्त डॉ मनीषा अरोड़ा, ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन के आयुक्त सुरेश कुमार ओला तथा राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। यह मीट कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के सहयोग से आयोजित की जा रही है, जो ‘प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025’ का इवेंट इंडस्ट्री पार्टनर है।
‘प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025’ के बारे में
10 दिसंबर को जयपुर में आयोजित होने जा रहा ‘प्रवासी राजस्थानी दिवस’ राज्य सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसका उद्देश्य वैश्विक प्रवासी राजस्थानी समुदाय से जुड़ाव को सुदृढ़ बनाना है। प्रवासी समुदाय से संपर्क स्थापित करने के लिए उद्योग विभाग और राजस्थान फाउंडेशन को नोडल बनाया गया है। यह आयोजन प्रवासी राजस्थानियों को एक साझा मंच पर लाता है, जहां प्रवासी समुदाय और राज्य सरकार के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के नए आयाम तलाशे जाते हैं और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत किया जाता है।