जीवन में ऊर्जा आत्मनिर्भरता की नई मिसाल, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना

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इसी योजना से प्रेरित होकर जशपुर जिला के पत्थलगांव निवासी सुभाष मिंज, जो एलआईसी में कार्यरत थे और कुछ वर्ष पूर्व सेवानिवृत्त हुए हैं, ने अपने मकान की छत पर 3 केवी क्षमता वाला सोलर रूफटॉप सिस्टम स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम को लगाने में कुल लगभग दाे लाख रूपये की लागत आई, जिसमें से उन्हें केंद्र सरकार से 78 हजार रूपये की सब्सिडी सीधे बैंक खाते में प्राप्त हुई, जिससे आर्थिक बोझ में बड़ी राहत मिली।

पर्यावरण के लिए फायदेमंद सौर ऊर्जा

मिंज बताते हैं कि सोलर सिस्टम लगने से पहले उनका मासिक बिजली बिल 700 से 800 रूपये के बीच आता था, जबकि अब उनका बिल लगभग शून्य हो गया है। उन्होंने बताया “जून से सोलर पैनल चालू हुआ है, तब से बिजली बिल नहीं आ रहा। सूर्य की किरणों से उत्पन्न बिजली न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि इससे हमारी बचत भी लगातार बढ़ रही है।”

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ने मिंज जैसे नागरिकों को बिजली उपभोक्ता से उत्पादक बनने की दिशा में अग्रसर किया है। यह पहल छत्तीसगढ़ में ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है।