पीकेएल 12: तेलुगू टाइटंस को 45-34 से हराकर हरियाणा स्टीलर्स ने प्लेऑफ की राह आसान की

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विनय और डिफेंस ने संभाली कमान

हरियाणा के लिए विनय तेवतिया ने 11 अंक, जबकि डिफेंस ने 14 अंक जुटाए। शिवम पटारे (8 अंक) ने भी उम्दा प्रदर्शन किया, लेकिन बीच मैच में चोटिल होकर बाहर होना पड़ा। इसके बाद हरियाणा की रक्षापंक्ति ने मैच पर पूरा नियंत्रण बना लिया और टीम को जीत तक पहुंचाया।

यह मुकाबला दोनों टीमों का लीग चरण का अंतिम मैच था। इस जीत से हरियाणा ने 18 मैचों में नौवीं जीत दर्ज की, जबकि तीसरे स्थान पर मौजूद तेलुगू टाइटंस को सीजन की आठवीं हार झेलनी पड़ी। टाइटंस के लिए भरत ने सर्वाधिक 16 अंक हासिल किए।

पहले हाफ में टाइटंस का पलड़ा भारी, फिर हरियाणा की वापसी

मैच की शुरुआत में भरत ने दो मल्टी-पॉइंट रेड लगाकर टाइटंस को 5-3 की बढ़त दिलाई। टीम ने जल्द ही एक ऑलआउट लेकर स्कोर 10-4 किया। हालांकि हरियाणा ने तुरंत जवाब देते हुए कुछ अंक जुटाए और शिवम के मल्टीपॉइंटर के दम पर मैच में वापसी की।

पहले क्वार्टर के अंत तक हरियाणा ने टाइटंस को दो खिलाड़ियों तक सीमित कर दिया और जल्द ही उन्हें ऑलआउट करते हुए 14-13 से बढ़त बना ली। लेकिन शिवम की चोट के बाद टाइटंस ने भरत की मदद से स्कोर 17-17 कर बराबरी हासिल कर ली। हाफटाइम तक हरियाणा 21-20 की मामूली बढ़त के साथ आगे रही।

दूसरे हाफ में हरियाणा की जोरदार पकड़

हाफटाइम के बाद हरियाणा ने आक्रामक खेल दिखाया। मयंक और नीरज की सटीक टैकलिंग से टीम ने दूसरा ऑलआउट हासिल किया और स्कोर 30-24 कर लिया। इसके बाद डिफेंस ने लगातार भरत और विजय को आउट कर टाइटंस पर दबाव बनाए रखा।

तीसरे क्वार्टर के अंत तक हरियाणा 34-26 से आगे थी। अंतिम क्वार्टर में विनय और धनश्याम की सफल रेड्स ने अंतर बढ़ा दिया। हरियाणा ने निर्णायक समय में तीसरा ऑलआउट लिया और मैच को 45-34 से अपने नाम कर लिया।

इस जीत के साथ हरियाणा स्टीलर्स ने न केवल अपनी प्लेऑफ की उम्मीदें मजबूत कीं, बल्कि अपने समर्थकों को भी जश्न मनाने का मौका दिया। दूसरी ओर, टाइटंस के लिए यह हार शीर्ष-2 की दौड़ में झटका साबित हुई।