पुलिस के अनुसार, काशीपुर गांव के पवन अलावलपुर चौक के पास कारों की मरम्मत का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि रविवार शाम को तीन कारें मरम्मत के लिए उनकी दुकान पर आई थीं। इन कारों को दुकान के अंदर खड़ा कर वह रात को अपने घर चले गए थे। रविवार देर रात उन्हें दुकान में आग लगने की सूचना मिली, जिसके बाद वह तुरंत मौके पर पहुंचे।
पवन ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे, तब तक आग ने पूरी दुकान को अपनी चपेट में ले लिया था। देखते ही देखते आग की लपटों ने दुकान में रखे कीमती सामान और तीनों कारों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। इसकी सूचना तत्काल पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी मौके पर पहुंची। आग के विकराल रूप को देखते हुए फायर ब्रिगेड की दो और गाड़ियां बुलाई गईं। तीन गाड़ियों ने कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया। हालांकि, तब तक दुकान में खड़ी तीनों कारें और लाखों रुपए का सामान पूरी तरह जलकर राख हो चुका था। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, क्योंकि घटना के समय दुकान बंद थी। दुकान से उठती ऊंची लपटों को देखकर नेशनल हाईवे पर जा रहे वाहन ड्राइवर रुक गए और वहां काफी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने संभावित बड़े हादसे को टालने के लिए भीड़ को आग से दूर रखा, क्योंकि जली हुई गाड़ियों में पेट्रोल भी था।
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