मप्रः शत प्रतिशत ई-पैक्स कंप्यूटरीकरण पूर्ण करने वाला प्रदेश का पहला जिला बना खरगोन

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बैंक की मुख्य कार्यपालन अधिकारी संध्या रोकड़े ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि ई-पैक्स मोड पर कार्य करने से समितियों की दक्षता, पारदर्शिता और कार्य क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इस आधुनिक प्रणाली के माध्यम से पैक्स सदस्यों को त्वरित वित्तीय सेवाएँ प्राप्त होंगी, संचालन लागत में कमी आएगी तथा वित्तीय समावेशन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। बैंक के प्रशासक एवं संयुक्त आयुक्त बी.एल. मकवाना ने इस उपलब्धि पर सभी बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों, पैक्स प्रबंधकों और कंप्यूटर ऑपरेटरों को बधाई देते हुए कहा कि यह खरगोन जिला बैंक की टीम भावना और समर्पित प्रयासों का परिणाम है, जिसने प्रदेश में एक नई मिसाल कायम की है।

नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक विजेंद्र पाटिल ने कहा कि नाबार्ड देशभर में प्राथमिक कृषि साख समितियों के कंप्यूटरीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। भारत सरकार की इस पहल के अंतर्गत लगभग 63,000 पैक्स को डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लाने का लक्ष्य है। नाबार्ड को इस योजना का मुख्य कार्यान्वयन एजेंसी बनाया गया है, जो वित्तीय सहायता, तकनीकी मार्गदर्शन और निगरानी प्रदान कर रहा है। क्लाउड-आधारित सॉफ्टवेयर (ईआरपी) के माध्यम से पैक्स को जिला व राज्य सहकारी बैंकों से जोड़ा जा रहा है, जिससे ग्रामीण वित्तीय तंत्र और अधिक सशक्त एवं पारदर्शी बन सके।

बैंक की मुख्य कार्यपालन अधिकारी संध्या रोकड़े ने बताया कि यह सफलता बैंक के क्षेत्रीय अधिकारियों, शाखा प्रबंधकों, संस्था प्रबंधकों, मास्टर ट्रेनर्स रूपक असरोदिया एवं अभिषेक पालीवाल तथा जिले की पैक्स समितियों के कंप्यूटर ऑपरेटरों के अथक परिश्रम का परिणाम है, जिन्होंने दिन-रात मेहनत कर जिले की सभी 128 पैक्स को ई-पैक्स प्रणाली से जोड़कर एक कीर्तिमान बनाया है।