उन्होंने कहा कि सड़कों के निर्माण के साथ-साथ उनकी गुणवत्ता भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। इसके साथ ही जहां पर संपर्क मार्ग एनएच या हाईवे के साथ मिलते हैं उस स्थान पर सेंसर लगाना भी सुनिश्चित किया जाए वहीं एनएच और हाईवे पर दुर्घटना संभावित जगहों पर बार मार्कींग करना भी जरूरी है इस के लिए हाईवे अथारिटी तथा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने कहा कि सुबह या शाम के समय जिन रूट्स पर ओवर लोडिंग हो रही है परिवहन विभाग उन रूट्स की समीक्षा करे तथा ओवर लोडिंग से निजात दिलाने के लिए कारगर कदम उठाएं ताकि किसी भी स्तर पर आम जनमानस को असुविधा नहीं हो।
उन्होंने कहा कि सड़क हादसों के दौरान वाहनों के आवश्यक कागजों इत्यादि भी उपयुक्त जांच की जाए ताकि दुर्घटनाओं के सही कारण का आकलन सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारियों को जिला में सड़क सुरक्षा के नियमों का सख्ती से पालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि प्रतिदिन जिला में होने वाली दुर्घटनाओं को और कम किया जा सके।
इससे पहले आरटीओ मनीष सोनी ने रोड सेफ्टी को लेकर कांगड़ा जिला अभी तक उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।