इस चोरी को 8 बदमाशों ने मिलकर अंजाम दिया था। मध्य प्रदेश के बदमाशों को बुलाने और शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देने का प्लान दीपक का ही था। उनकी पूरी करतूत सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई थी। तब से पुलिस उनकी तलाश में जुटी थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने करगुंआजी पहाड़ी के पीछे हुई मुठभेड़ में आरोपी से चोरी का माल, तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद हुई है। अभी इस चोरी में शामिल 5 बदमाश फरार हैं।
सीओ सिटी लक्ष्मीनारायण गौतम ने बताया कि 9-10 जुलाई की रात को कोंछाभांवर में मेडिकल बाईपास तिराहा पर रहने वाले महेंद्र सिंह यादव के बंगले में चोरी हुई थी। पीड़ित ने नवाबाद थाने में केस दर्ज कराया था। तब से पुलिस बदमाशों की तलाश में लगी थी। पुलिस ने शुक्रवार को हुई पुलिस मुठभेड़ में चपारी व कुट्टू को दबोच लिया था जबकि चोरी का मास्टरमाइंड झोकनबाग निवासी दीपक लुहार पुत्र जबर सिंह 4 अक्टूबर की रात को करगुंआजी पहाड़ी के पीछे हुई मुठभेड़ में मौके से भाग निकला था। तब से पुलिस दीपक के पीछे लगी थी।
उन्होंने आगे बताया कि रविवार रात को सूचना मिली कि दीपक लुहार बिना नंबर की बाइक लेकर भगवंत पुरा से कुरगुंआजी जाने वाले कच्चे रास्ते से होकर गुजरने वाला है। इस पर नवाबाद थाना प्रभारी संतोष अवस्थी और स्वाट टीम प्रभारी जितेंद्र तक्खर ने अपनी टीम के साथ घेराबंदी की। पुलिस को देखते ही आरोपी भागने लगा। इसी दौरान आरोपी बाइक से फिसलकर गिर गया और फायरिंग करने लगा। उसकी एक गोली पुलिस गाड़ी के साइड मिरर में जा लगी। जबाबी फायरिंग में दीपक के पैर में गोली लगी जिससे वह घायल हो गया। उसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में एडमिट करवाया गया है। मूलरूप से दीपक शिवाजी नगर की राजपूत कॉलोनी का रहने वाला है।
–खिड़की उखाड़कर कमरे में घुसे थे चोर
महेंद्र सिंह यादव ने बताया था कि सारे गहने और कैश मां रामप्यारी के रूम में अलमारी में रखे थे। मां अपने मायके दतिया गई थी। 9 जुलाई की रात को खाना खाकर महेंद्र, उनकी पत्नी जयंती और बड़ी बेटी डॉ. नेहा सो गई। मां के कमरे में कोई नहीं था। देर रात बदमाशों ने खिड़की उखाड़कर मां के कमरे से अलमारी में रखे सोने के एक से डेढ़ किलो गहने, एक किलो चांदी के गहने और दो लाख रुपए कैश चुरा लिया था। सुबह चोरी का पता चला। सीसीटीवी कैमरे में बदमाशों की पूरी करतूत रिकॉर्ड हो गयी थी।