उन्होंने कहा कि सदन से लेकर सड़क तक झूठों की झड़ी लगाने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपनी निजी इंग्लैंड यात्रा के दौरान आधिकारिक रूप में यह दावा किया था कि वह हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स को संबोधित करने वाले वह देश के पहले मुख्यमंत्री हैं। जब इस बाबत हमने पड़ताल की तो उनके इस दावे को हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स के अधिकारी संवाद केंद्र द्वारा झूठा बताया गया।
उन्होंने साफ़ किया कि हिमाचल के किसी सीएम ने 24 सितंबर को किसी भी हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स को संबोधित नहीं किया था। सबसे हैरानी की बात यह है कि 19 सितंबर के बाद हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स की कोई कार्रवाही ही नहीं हुई थी। ऐसे में मुख्यमंत्री और उनकी मंडली इस इस तरह के झूठे दावे करके क्या हासिल करना चाहती है, वह समझ के परे है।
जयराम ठाकुर ने पूरी घटना का विवरण देते हुए कहा कि हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जी इंग्लैंड की हाउस आफ लॉर्ड को संबोधित करने का दावा किया था। इसके संदर्भ में भी खूब खबरें छपवाई थी। झूठ बोलना, अफवाह फैलाना उनकी आदत है और सरकार चलाने का तरीका भी। इसीलिए वह अपनी इस आदत से बाज नहीं आते हैं। अपनी निजी लंदन यात्रा के दौरान भी उन्होंने खुद को महान और ऐतिहासिक बताने के लिए उन्होंने इस तरीके की हरकत की। 24 सितंबर 2025 को उनके मित्र मंडली और आईपीआर की प्रेस रिलीज संख्या 1102/2025 द्वारा यह बयान आधिकारिक तौर पर जारी किया गया कि अपनी लंदन यात्रा के दौरान उन्होंने इंग्लैंड की “हाउस आफ लॉर्ड्स” को संबोधित किया और वह देश के पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्हें यह उपलब्धि हासिल है।
उन्होंने कहा कि हमने हाउस आफ लॉर्ड के आधिकारिक संवाद केंद्र से हमने इसकी जानकारी मांगी। तो हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स के आधिकारिक सूचना केंद्र (lordspressoffice@parliament.uk) द्वारा हमें बताया गया कि हाउस आफ लॉर्ड में ऐसा कुछ नहीं हुआ है। हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है। हमने फिर से उनसे वेरीफाई करवाया कि क्या उन्होंने हाउस आफ लॉर्ड्स को संबोधित नहीं किया था जैसे अन्य देश के मुखिया या प्रतिनिधि करते हैं। हाउस ऑफ़ लॉर्ड आधिकारिक सूचना केंद्र द्वारा स्पष्ट मना किया गया कि नहीं उन्होंने किसी हाउस आफ लॉर्ड्स को संबोधित नहीं किया था। थोड़ी सी और पड़ताल करने पर पता चला कि मुख्यमंत्री और उनकी करोड़ों रुपए से पल रही टीम और आईपीआर में जिस दिन हाउस आफ लॉर्ड्स को संबोधित करने का दावा किया था उसके 5 दिन पहले से ही हाउस आफ लॉर्ड की कार्यवाही बंद थी।
जयराम ठाकुर ने कहा कि इस तरह के झूठ बोलकर वह अपनी गरिमा गिरा रहे हैं साथ ही जिस सरकारी मशीनरी का प्रयोग करके वह झूठ बोल रहे हैं, उनकी भी साख दांव पर लगा रहे हैं।