इंदिरा गाँधी ह्रदय रोग संस्थान में पश्चिम चंपारण के 24 बाल ह्रदय रोगियों की हुई स्क्रिनिंग

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इस सम्बन्ध में जिले के गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मूर्तजा अंसारी ने कहा की बच्चों की कैंप में स्क्रीनिंग की जाएगी, जहाँ सामान्य रोग होने पर पटना में ही इलाज की जाएगी, वहीं गंभीर हृदय रोग होने पर अभिभावकों के साथ हवाई जहाज से श्री सत्य साईं हॉस्पिटल अहमदाबाद रवाना किया जाएगा। जहां इनके ह्रदय में छेद की निःशुल्क सर्जरी कराई जाएगी।

डॉ अंसारी ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत अब तक 0-18 वर्ष तक के 126 बच्चों को भेजकर हृदय का जाँच कराया जा चुका है जिसमें से 79 बच्चों का अब तक निःशुल्क ऑपरेशन कराया जा चुका है।

आरबीएसके डीसी डॉ रंजन मिश्रा ने कहा की प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मिडिया के सहयोग से लोग जागरूक हुए है जिसके कारण अब सभी प्रखंडो के लोगों को मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना का लाभ मिल रहा है।

आरबीएसके के जिला समन्वयक डॉ रंजन मिश्रा ने बताया की जिले के सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्र पर ऐसे बच्चों की स्वास्थ्य जांच कर स्क्रीनिंग की जाती है। उसके बाद ऐसे गंभीर बीमारियों से ग्रसित बच्चों की पहचान करते हुए उन्हें विशेष इलाज की सुविधा हेतु एम्बुलेंस से पटना रेफर किया जाता है। उसके बाद गंभीर ह्रदय रोग से पीड़ित बच्चों को सत्य साईं हॉस्पिटल अहमदाबाद उनके अभिभावक के साथ भेजा जाता है, जहां रहने, खाने और इलाज की सभी व्यवस्था के साथ ही हवाई जहाज के टिकट की निःशुल्क व्यवस्था की जाती है। उन्होंने नंबर जारी करते हुए कहा की ह्रदय में छेद जैसी गंभीर समस्या हो तो जिला स्तर पर इस +91 84060 65835 नंबर पर सम्पर्क कर सकते हैं।

जिले के सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत 43 प्रकार की बीमारियों की जांच चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क रूप से आंगनबाड़ी केंद्रों, विद्यालयों व अन्य स्थानों पर कैंप लगाकर समय-समय पर की जाती है। जांच के दौरान कुछ बच्चों में हृदय रोग से संबंधित लक्षण दिखाई देने पर उन्हें जिले के अस्पताल में स्क्रीनिंग की जाती है। उसके बाद ह्रदय रोग से पीड़ित बच्चों को उनके माता-पिता और जरूरी कागजातों के साथ निःशुल्क एम्बुलेंस पटना और उसके बाद विमान से श्री सत्य साइ हॉस्पिटल, अहमदाबाद भेजा जाता है। उन्होंने बच्चों के अभिभावक से अपील करते हुए कहा की ऐसे बच्चों की जानकारी होने पर सरकारी अस्पताल या जिला स्वास्थ्य समिति के जिला समन्वयक डॉ रंजन कुमार से सम्पर्क करें।

मौके पर गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मूर्तजा अंसारी, जिला समन्वयक डॉ रंजन कुमार मिश्रा, फरमासिस्ट, एम्बुलेंस ड्राइवर, बच्चों के अभिभावक व जिला स्वास्थ्य समिति के अन्य लोग उपस्थित थें।