पीड़ित परिवार का आरोप है कि कब्जा करने वालों में झारखंड पुलिस का एक कर्मी भी शामिल है, जो अपने पद का दुरुपयोग कर धमका रहा है। घटनास्थल पर पहुंचे झारखंड के पूर्व मंत्री और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी से जमीन कब्जाने वाले पक्ष के लोग उलझ गये और छोटू राम पर जमीन छोड़ने का दबाव बनाया। इससे स्थिति तनावपूर्ण हो गयी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह विवाद को शांत कराया। अमर कुमार बाउरी ने इसे अत्यंत गंभीर मामला बताते हुए रांची के उपायुक्त से फोन पर बात की और विवादित स्थल पर तुरंत किसी भी प्रकार का कार्य रोकने को कहा। इसके बाद उपायुक्त ने कार्य बंद करने का निर्देश जारी किया।