एचआरडीए उपाध्यक्ष सोनिका ने बताया कि महायोजना को लेकर लोगों की ओर से आ रही आपत्तियों का मौके पर ही समाधान किया जा रहा है। मास्टर प्लान से संबंधित विभिन्न मुद्दों, जिनमें आवासीय, व्यवसायिक, रोड साइड और सड़कों की चौड़ाई से जुड़ी आपत्तियां शामिल हैं, पर सुनवाई चल रही है।
एचआरडीए उपाध्यक्ष ने महायोजना के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह योजना भविष्य की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। मास्टर प्लान में ग्रीन एरिया, व्यवसायिक और आवासीय क्षेत्र कितने होने चाहिए और आने वाले समय में कौन सी योजनाएं आनी हैं। इन सबका पूरा डेटा लेने के बाद ही यह प्लान बनाया गया है। उन्होंने जानकारी दी कि मास्टर प्लान को ऑनलाइन जारी करने के दौरान प्राप्त हुई आपत्तियों और सुझावों में से लगभग 100 आपत्तियों पर सुनवाई हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को रुड़की से संबंधित आपत्तियों पर सुनवाई की जाएगी। कॉरिडोर से संबंधित एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इस मामले में सभी स्टेकहोल्डर्स से बात करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। एचआरडीए का लक्ष्य है कि पारदर्शी तरीके से सभी आपत्तियों का निराकरण कर महायोजना को अंतिम रूप दिया जाए।
इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त नंदन कुमार, प्राधिकरण सचिव मनीष सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।