कार्यक्रम का आयाेजन जौनसार बावर मेरो मुलुक लोक सांस्कृतिक एवं कला मंच ने किया गया। समिति समूह में कुल 20 प्रतिभाशाली सदस्य (15 पुरुष और 5 महिला कलाकार) शामिल रहे। यह प्रस्तुति भगवान महासू को समर्पित एक भावपूर्ण आह्वान “महाशो वंदना” से शुरू हुआ और पारंपरिक लोकगीत “हरोल” के साथ एक जीवंत स्वर में समाप्त हुआ। उनकी प्रस्तुति में स्वर,लय और लोक वाद्यों का अद्भुत मिश्रण रहा जो समुदाय की गहरी सांस्कृतिक जड़ों को दर्शाता है।
कार्यक्रम में प्रस्तुति देने वाले कलाकारों में नीलम शॉ, अनुज खन्ना, अंशुल वर्मा,भज्जू राम, नितेश खन्ना, सचिन वर्मा,विशाल वर्मा,अनुज वर्मा,रितिक वर्मा, अंकित दयाल,चंदन भारती,रिशव दयाल, मुन्ना वर्मा,मोहन वर्मा, पूनम खन्ना,शिवानी वर्मा, मीना सिंह, निशा चौहान,विशाल धीमान और आर्यन वर्मा शामिल रहे वही वाद्य यंत्र में ढोल: चंदन वर्मा, दामो: आर्यन वर्मा,रणसिंघे: मुन्ना वर्मा, गायक सचिन वर्मा, विशाल वर्मा,कीबोर्ड, अंकित दयाल, ढोलक:अनुज वर्मा, ऑक्टोपैड विशाल धीमान और गिटार रितिक वर्मा ने संगत किया।
सुपर बाइक रैली का आयोजन:
विरासत महोत्सव में आज सुपर बाइक रैली का आयोजन किया गया। जिसमें इंजनों की गर्जना और रोमांच के साथ जीवंत हो उठी जब 26 बाइकर्स ने एक जोशीली राइड में हिस्सा लिया। यह आयोजन बजे विरासत स्थल से शुरू होकर देहरादून कैंट, दिलाराम चौक, राजपुर रोड से होते हुए जाखन, मसूरी डायवर्जन से वापस बीआर अंबेडकर स्टेडियम, कॉलागढ़ रोड देहरादून विरासत के प्रांगण में समाप्त हुआ।
इस राइड में देहरादून के उत्साही मोटरसाइकिल सवार एक साथ आए और अपनी शक्ति और भाईचारे का प्रदर्शन किया। इन प्रतिभागियों में सबसे प्रमुख थे शशांक ढोबल, जो समूह की सबसे उच्च-प्रदर्शन वाली बाइकों में से एक, कावासाकी निंजा 1400 आरआर चला रहे थे। उनके साथ कॉन्टिनेंटल जीटी 650 सीसी बाइक्स के साथ कई राइडर्स भी थे, जिनके बेड़े में क्लासिक एवं आकर्षण विविधता से भरे सुपर बाइक्स शामिल रहे। बाइक रैली न केवल बाइकिंग के शौकीनों की एकता का प्रतीक रहा बल्कि स्वतंत्रता, संस्कृति और एकजुटता का जश्न मनाने वाली विरासत की भावना को भी दर्शाया।