आईपीएस वाई पूरन कुमार का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

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चंडीगढ़, 15 अक्टूबर । हरियाणा के आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार का बुधवार को नौवें दिन अंतिम संस्कार हो गया। इससे पहले चंडीगढ़ पीजीआई में मेडिकल बोर्ड ने पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी कुमार की मौजूदगी में पोस्टमार्टम किया। वाई पूरन की दोनो बेटियों ने उन्हेंं मुखाग्नि दी।

अंतिम संस्कार से पहले हरियाणा पुलिस की टुकड़ी की तरफ से उन्हें सलामी दी गई। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार, श्याम सिंह राणा के अलावा हरियाणा की गृह सचिव सुमिता मिश्रा, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह, विधायक निर्मल सिंह, अशोक अरोड़ा, पूजा मुलाना समेत कई गणमान्यों ने श्रद्धांजलि भेंट की।

वाई पूरन कुमार ने सात अक्टूबर की दोपहर चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित आवास में अपने गनमैन की सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उसके बाद से पूरन कुमार के पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार को लेकर लगातार गतिरोध बना हुआ था। बदले हुए घटनाक्रम में वाई पूरन कुमार की पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत पी कुमार ने बुधवार की सुबह हरियाणा सरकार व चंडीगढ़ प्रशासन को पत्र लिखकर पोस्टमार्टम के लिए अपनी सहमति दी।

अमनीत की मांग पर बैलिस्टिक विशेषज्ञ की उपस्थिति,मजिस्ट्रेट की देखरेख में तथा संपूर्ण वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम करवाया गया।

इस दौरान चंडीगढ़ के उपायुक्त निशांत यादव तथा एसएसपी कंवरदीप कौर मौजूद रहे। इस बीच संघर्ष समिति ने बुधवार की शाम चंडीगढ़ के प्रशासक एवं पंजाब के राज्यपाल को ज्ञापन देने के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद पूरन कुमार का शव सेक्टर-24 स्थित आवास पर लाया गया। यहां से सेक्टर-25 के लिए अंतिम यात्रा निकाली गई। इसके बाद सेक्टर-25 स्थित श्मशान में उनका अंतिम संस्कार किया गया।

कब क्या हुआ।

7 अक्टूबर: एडीजीपी वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ में अपनी कोठी पर खुद को गोली मारकर सुसाइड किया।

8 अक्टूबर: वाई पूरन कुमार की आईएएस पत्नी अमनीत पी. कुमार जापान दौरे से लौटीं। पोस्टमॉर्टम से इनकार करते हुए पुलिस को शिकायत दी।

9 अक्टूबर: चंडीगढ़ के सेक्टर 11 थाने में हरियाणा के चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी, पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर समेत 15 अधिकारियों के नाम शामिल करते हुए एफआईआर दर्ज हुई।

10 अक्टूबर: चंडीगढ़ पुलिस ने जांच के लिए आईजी पुष्पेंद्र कुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय एसआईटी बनाई।

11 अक्टूबर: रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारणिया हटाए।

11 अक्टूबर दो मंत्रियों ने आईएएस अमनीत कुमार से मुलाकात कर पोस्टमॉर्टम के लिए मनाने की कोशिश की, परिवार ने कमेटी बनाई, महापंचायत बुलाई।

12 अक्टूबर: चंडीगढ़ पुलिस ने एफआईआर में एससी/एसटी एक्ट की धाराओं में बदलाव करके कठोर धाराएं लगाई। महापंचायत ने हरियाणा सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया।

13 अक्टूबर: केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मीटिंग की। आधी रात को डीजीपी शत्रुजीत कपूर को अवकाश पर भेजा गया।

14 अक्टूबर: आईपीएस ओपी सिंह को हरियाणा में डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया।

15 अक्टूबर: वाई पूरन कुमार का अंतिम संस्कार किया गया।