गांधी भवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्व. लाल बहादुर शास्त्री को अर्पित की पुष्पांजलि

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चेतराम ठाकुर ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महात्मा गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे, पुरा देश उन्हें बापू के नाम से पुकारता था। उन्होंने कहा कि आज का दिन पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है । गांधी जी ने नमक कानून के विरोध में 24 दिन की डांडी यात्रा की, 9 अगस्त 1942 को गांधी जी ने अग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया पूरा देश इस आंदोलन में कूद पड़ा था। जिसके चलते गांधी जी सहित कई नेताओं को जेल भेज दिया।

उन्होंने कहा कि गांधी जी के आ्रदोलन की नींव पूर्ण रूप से अहिंसा परआधारित थी । उसी प्रकार लाल बहादूर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगल सराय में हुआ था। अपने राजनीतिक आंदोलन के दौरान शस्त्री जी कई बार जेल गए । 9 जून 1964 को लाल बहादूर शास्त्री ने प्रधानमन्त्री का पद संभाला था। उन्होंने सैनिक शक्ति को मजबूत करने के लिए और कृषि क्षेत्र में प्रगति लाने के लिए जय जवान जय किसान का नारा दिया था।