इसी क्रम में रविवार को कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का पुनः द्वितीय रेंडमाइजेशन समाहरणालय के सभाकक्ष में आयोजित किया गया। यह प्रक्रिया पूर्वाह्न 1 बजे संबंधित निर्वाची पदाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थी, उनके प्रतिनिधि तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त सामान्य प्रेक्षक उपस्थित रहे। प्रक्रिया के दौरान आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप संपूर्ण रैंडमाइजेशन कार्य भारत निर्वाचन आयोग ईएमएस पोर्टल के माध्यम से किया गया।
इस तकनीकी प्रक्रिया में प्रथम रेंडमाइजेशन के उपरांत विधानसभा वार उपलब्ध कराई गई ईवीएम मशीनों को यादृच्छिक तरीके से मतदान केंद्रवार आवंटित किया गया।
रैंडमाइजेशन के उपरांत प्रत्येक मतदान केंद्र के लिए निर्धारित ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों की सूची तैयार की गई। इसके साथ ही कुछ मशीनों को सुरक्षित श्रेणी में रखा गया है, जिनका उपयोग मतदान के दौरान किसी मशीन में तकनीकी खराबी आने की स्थिति में प्रतिस्थापन हेतु किया जाएगा। संपूर्ण प्रक्रिया को पूर्ण पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ संपन्न किया गया।
इस अवसर पर मौजूद सभी अभ्यर्थियों और उनके प्रतिनिधियों को मतदान केंद्रवार आवंटित ईवीएम की सूची एवं सुरक्षित रखी गई मशीनों की सूची प्रदान की गई। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि इन ईवीएम मशीनों का उपयोग निर्वाचन दिवस पर संबंधित मतदान केंद्रों पर किया जाएगा। निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि ईवीएम का द्वितीय रेंडमाइजेशन निर्वाचन प्रक्रिया का एक अत्यंत महत्वपूर्ण चरण है, जिससे सुनिश्चित होता है कि किसी भी उम्मीदवार, दल या व्यक्ति को किसी भी स्तर पर अनुचित लाभ न मिले। उन्होंने कहा कि रैंडमाइजेशन की यह प्रक्रिया चुनाव की पारदर्शिता, विश्वसनीयता और निष्पक्षता को सशक्त बनाती है।
प्रेक्षक ने भी संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि जिले में निर्वाचन आयोग के सभी निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि ईवीएम मशीनों की भौतिक सुरक्षा, परिवहन एवं भंडारण की संपूर्ण व्यवस्था आयोग की गाइडलाइन के अनुसार सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर जिले के सभी संबंधित पदाधिकारी, तकनीकी सहयोगी, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक के अंत में निर्वाची पदाधिकारी ने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं पारदर्शी मतदान कराना है, जिसके लिए प्रत्येक चरण में आयोग के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन किया जा रहा है।