जानकारी के अनुसार ग्राम पिपलिया में रहने वाले कन्हैयालाल कुशवाहा अपनी बेटी दीक्षा (2) को सर्दी-बुखार होने पर ग्राम बरखेड़ी में मुस्कान क्लिनिक पर लाए थे। यहां डॉक्टर अशोक विश्वकर्मा ने बच्ची को चेक किया था। डाॅक्टर अशाेक ने बच्ची काे इंजेक्शन लगाया था। इसके बाद परिजन बच्ची काे लेकर घर आ गए।इसके बाद बच्ची की हालत और भी ज्यादा खराब हाे गई। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए, यहां बच्ची कोमा में चली गई। यहां से उसे हमीदिया अस्पताल भोपाल रेफर कर दिया गया, लेकिन परिजनों ने उसे भोपाल के निजी मनन चाइल्ड केयर हॉस्पिटल, लालघाटी में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने बच्ची की हालत नाजुक बताई। इलाज के दौरान उसे होश नहीं आया। मंगलवार सुबह बच्ची की मौत हो गई।
पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। वहीं, घटना के बाद से ही आरोपी डॉक्टर परिवार समेत फरार है, क्लिनिक पर ताला लगा है। कोतवाली थाना प्रभारी रविंद्र यादव ने बताया, परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने ग्राम पिपलिया मीरा पहुंचकर जानकारी जुटाई है। बच्ची का पोस्टमॉर्टम कराया गया है। पाेस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।