दिग्विजय सिंह खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए कर रहे हैं बयानबाजीः रामेश्वर शर्मा

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भोपाल, 25 अक्टूबर । भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने दिग्विजय सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता मध्य प्रदेश में अप्रासंगिक हो गए हैं। दिग्विजय सिंह जैसे नेता खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने भ्रामक व तथ्यहीन आरोप लगाकर मध्य प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास किया है, लेकिन मध्य प्रदेश की जनता दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के बहकावे में आकर गुमराह होने वाली नहीं है।

विधायक रामेश्वर शर्मा ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार जनता के हितों के लिए सदैव तत्पर है। छिंदवाड़ा जिले में दूषित कफ सिरप का मामला हो या भोपाल तथा प्रदेश के अन्य जिलों में कार्बाइड गन का मामला, जीरो टॉलरेंस पर कार्य करने वाली डॉ. यादव की सरकार ने सख्त कार्रवाई की है। भाजपा सरकार दोषियों पर ऐसी कार्रवाई कर रही है कि वह अन्य मामलों में भी नजीर बन जाएगी।

निर्दोष किसानों पर गोलियां चलवाने वाले आज संवेदनशीलता की बात कर रहे

भाजपा विधायक शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह वही नेता है, जिनके मुख्यमंत्रित्व काल में मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार और अव्यवस्था से स्वास्थ्य विभाग की नींव हिल गई दी थी। बैतूल जिले के मुलताई में अपनी जायज मांगों को लेकर एकत्रित किसानों पर गोलियां चलवाने वाले दिग्विजय सिंह आज संवेदनशीलता की बात कर रहे हैं। नैतिकता को ताक पर रखकर परिवारवाद और पट्ठावाद की राजनीति को देश और मध्य प्रदेश में फैलाने वाली कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को नैतिकता और संवेदनशीलता जैसे शब्द बोलना शोभा नहीं देते। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की डबल इंजन सरकार आम जनता के स्वास्थ्य को लेकर योजनाएं बनाकर कार्य कर रही है।

जनता जिन्हें पूरी तरह से नकार चुकी है, अब वह राजनीतिक स्वांग कर रहे हैं

विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि प्रदेश की जनता ने दिग्विजय सिंह को “मिस्टर बंटाधार” नाम दिया है, वह अब जीरो टॉलरेंस पर कार्य करने वाली मध्यप्रदेश की संवेदनशील भाजपा सरकार को लेकर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। छिंदवाड़ा मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तुरंत संज्ञान लेकर कोल्ड्रिफ के वितरण पर रोक लगाई। कोल्ड्रिफ लिखने वाले डॉक्टर और दवा निर्माता कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया गया है। दोषी अधिकारियों को निलंबित कर जांच कराई जा रही है। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। भाजपा संगठन और सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। पीड़ितों के इलाज का खर्च भी मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार उठा रही है। कार्बाइड मामले में भी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बेहद संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने हमीदिया अस्पताल पहुंचकर पीड़ित बच्चों का हाल जाना और बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। कार्बाइड गन बेचने वालों के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में प्रकरण भी दर्ज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सरकार जनता के विश्वास और जीवन सुरक्षा के प्रति पूर्णतः समर्पित है। यहां न तो ढिलाई चलेगी, न ही राजनीति के लिए पीड़ा का दोहन होने दिया जाएगा। मध्य प्रदेश अब भ्रम नहीं, भरोसे की राह पर है। जहां सेवा ही संकल्प है और सुरक्षा ही प्राथमिकता है।

दरअसल, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को भोपाल में अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में जहरीले कोल्ड्रिफ कफ सिरप से हुई बच्चों की मौतों को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे और उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल का इस्तीफा मांगा था। उन्होंने कहा कि 2 सितंबर से अब तक परासिया में कोल्ड्रिफ कफ सिरप के कारण 24 बच्चों की मौतें हुई है। उन बच्चों को वह दवा दी गई, जिसमें डायथलीन ग्लायकॉल की मात्रा 48.6% से ज्यादा थी, जबकि 0.01% ज्यादा नहीं होना चाहिए।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2 अक्टूबर को उप मुख्यमंत्री जो कि एमपी के स्वास्थ्य मंत्री भी हैं उन्होंने क्लीनचिट दी कि इसमें कोई गड़बड़ नहीं ऐसे व्यक्ति का क्या इस्तीफा नहीं होना चाहिए था? दिसंबर 2022 और 2023 में हिंदुस्तान में बनी डीईजी के कारण उज्बेकिस्तान में 18 बच्चे मारे थे। इसकी जानकारी देश के स्वास्थ्य मंत्रालय के पास थी, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पर रोक नहीं लगाई।