मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2024 में हमारी सरकार को गिराने के प्रयास हुए तथा हमीरपुर से दो विधायकों ने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी यह परिकल्पना नहीं की थी कि बड़सर से चुने गए कांग्रेस विधायक दलबदल करने वाले विधायकों में से एक होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे दलबदलू नेताओं को प्रदेश की जनता ने सबक सिखाया और विधानसभा उप-चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा कि भावनाओं में बहकर ही गई गलती की बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है, यह हमीरपुर जिला के लोग भलीभांति जानते हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के घोषित मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रो. प्रेम कुमार धूमल को हराकर सुजानपुर के लोगों ने जो गलती की थी, वही बड़सर के लोगों ने वर्ष 2024 में दोहराई। हमीरपुर जिले से पूर्व में भाजपा के विधायक मुख्यमंत्री बनाए जाते थे लेकिन वर्ष 2017 में भाजपा सरकार बनने पर हमीरपुर को एक मंत्रीपद भी नहीं दिया गया और उसी दिन से हमीरपुर में विकास का पहिया थम गया।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हमारी सरकार ने हमीरपुर में विकास को फिर गति दी है। उन्होंने कहा कि ‘‘आपके जिला से मुख्यमंत्री है, आप हमारे साथ चलिए। बड़सर मेरा घर है, यहां का विकास रोकना मेरी नियत में नहीं। बड़सर का विकास कांग्रेस की ही देन है’’।
उन्होंने क्षेत्रवासियों को भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार बड़सर में विकास की गति को धीमा नहीं होने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही भोटा बस अड्डे का निर्माण आरम्भ किया जाएगा और इसके शिलान्यास के लिए वह स्वयं आएंगे।
ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने हिमाचल से भाजपा के सात सांसदों और विधायकों से आग्रह किया कि हाल ही में राज्य के लिए प्रधानमंत्री द्वारा आपदा राहत पैकेज के रूप में घोषित 1500 करोड़ रुपये शीघ्र जारी करने में सहयोग दें।
मुख्यमंत्री ने पूर्व भाजपा सरकार को औद्योगिक प्लॉटों के आवंटन पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि कस्टमाइज्ड पैकेज के नाम पर प्रदेश के संसाधन लुटा दिए गए। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही पुलिस विभाग में 800 पदों पर भर्ती प्रक्रिया आरम्भ की जाएगी। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार में पुलिस भर्ती का पेपर लीक हुआ करते थे, लेकिन वर्तमान सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ भर्ती कर रही है।