एसएचओ राजूराम विश्नोई ने बताया कि छगन (3) पुत्र जोगाराम और उसकी चचेरी बहन पूजा (8) पुत्र मांगीलाल घर के पास बने टांके के पास खेल रहे थे। उसी समय छगन की मां छुड़ी देवी पशुओं को पानी पिलाने के बाद टांके का ढक्कन बंद करना भूल गई और घर के काम में लग गई। इसी दौरान खेलते हुए छगन का पैर फिसल गया और वह टांके में जा गिरा।
उन्होंने बताया कि मूक-बधिर पूजा ने अपने भाई को पानी में गिरते देखा तो मदद के लिए किसी को बुला नहीं सकी। वह बिना कुछ सोचे-समझे उसे बचाने के लिए टांके में कूद गई, लेकिन खुद भी गहराई में फंस गई। कुछ देर बाद जब छुड़ी देवी लौटी तो बेटे को पानी में पड़ा देखा। मां छुड़ी देवी ने जब टांके में झांका तो बेटे छगन की लाश तैरती नजर आई। वह चीखते हुए गांव वालों को बुलाने दौड़ी। तब ग्रामीण पहुंचे और छगन को बाहर निकाला, तो टांके में पूजा भी दिखी। दोनों को तुरंत चौहटन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने बताया कि पूजा जन्म से बोल और सुन नहीं सकती थी। अगर वह आवाज लगा पाती तो शायद मदद जल्दी मिल जाती और दोनों की जान बचाई जा सकती थी। परिवार और गांव में इस हादसे के बाद माहौल बेहद गमगीन है। घटना की सूचना मिलते ही चौहटन थानाधिकारी राजूराम विश्नोई टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। पुलिस हादसे की जांच में जुटी है।