पदक तालिका में ब्राज़ील शीर्ष पर मज़बूत, डेब्रुनर ने जीता चौथा स्वर्ण

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ब्राज़ील की एंटोनिया कायला दा सिल्वा बारोस ने गुरुवार को 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिलाओं की 1500 मीटर टी20 स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतते हुए नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने 4 मिनट 19.22 सेकंड में दौड़ पूरी कर पोलैंड की दिग्गज एथलीट और छह बार की विश्व चैंपियन बारबरा बिएगानोव्स्का-जजाक को पछाड़ दिया।

बारोस की यह जीत और भी खास रही क्योंकि उन्होंने अंतिम लैप से पहले ही बढ़त बना ली थी। टोक्यो 2020 पैरा ओलंपिक खेलों में साथी ब्राज़ीलियाई एथलीट एडनेउसा डी जीसस सैंटोस डॉर्टा की गाइड रनर रह चुकीं बारोस ने इस उपलब्धि से अपने करियर में नया मुकाम हासिल किया।

ब्राज़ील की एक और खिलाड़ी वाना ब्रिटो ओलिवेरा ने महिलाओं की शॉट पुट एफ32 स्पर्धा में भी विश्व रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। इन सफलताओं के साथ ब्राज़ील ने 12 स्वर्ण, 16 रजत और 7 कांस्य पदक लेकर पदक तालिका में अपना दबदबा बनाए रखा। वहीं चीन (8-10-9) अब बाकी तीन दिनों में कड़ी चुनौती के सामने है।

हालांकि व्यक्तिगत प्रदर्शन की बात करें तो स्विट्ज़रलैंड की कैथरीन डेब्रुनर ने गुरुवार को महिलाओं की 100 मीटर टी53 में चैंपियनशिप रिकॉर्ड के साथ अपना चौथा स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने अब तक 100 मीटर से लेकर 5000 मीटर तक सभी इवेंट्स में बाज़ी मारी है।

भारत की ओर से पैरिस 2024 पैरा ओलंपिक चैंपियन धरमबीर नैण (36 वर्ष) और अतुल कौशिक (29 वर्ष) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीतकर भारत के खाते में दो और पदक जोड़े। लेकिन लगातार दूसरे दिन स्वर्ण पदक से वंचित रहने के कारण मेज़बान भारत चौथे स्थान से फिसलकर सातवें स्थान पर चला गया है। अब तक भारत के पास 4 स्वर्ण, 5 रजत और 2 कांस्य पदक हैं।

कोलंबिया की करेन टी पालोमेके एम ने महिलाओं की 200 मीटर टी38 स्पर्धा में स्वर्ण जीतकर अपनी टीम को छठे स्थान पर पहुंचाया। इटली और स्विट्ज़रलैंड ने भी गुरुवार को अपने-अपने पांचवे स्वर्ण पदक जीते।

धरमबीर नैन ने आख़िरी प्रयास में 29.71 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो कर बढ़त बनाई, लेकिन सर्बिया के अलेक्ज़ांडर रेडिसिक ने 30.36 मीटर थ्रो कर स्वर्ण छीन लिया। वहीं, पैरिस 2024 के रजत विजेता प्रणव सूरमा नौ खिलाड़ियों की प्रतियोगिता में पाँचवें स्थान पर रहे।

अतुल कौशिक का कांस्य भी काफ़ी नाटकीय अंदाज़ में पक्का हुआ। उज़्बेकिस्तान के योरकिनबेक ओदिलव ने पाँचवे प्रयास में 45.05 मीटर फेंका और आख़िरी थ्रो सेक्टर से बाहर चला गया। इससे 29 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी को राहत मिली कि कांस्य उनके नाम रहेगा।

दिन में भारत के दो खिलाड़ी चौथे स्थान पर रहकर पदक से चूक गए। सुबह डिस्कस थ्रो एफ37 में हनी और शाम को 400 मीटर में दिलीप महादु गावित चौथे स्थान पर रहे। 22 वर्षीय गावित ने 48.61 सेकंड का समय निकाला लेकिन अंतिम 100 मीटर में अपनी गति बरकरार नहीं रख सके।

बारिश के कारण पुरुषों की लॉन्ग जंप टी64 और शॉट पुट एफ46 फ़ाइनल को स्थगित करना पड़ा। हालांकि आयोजकों ने प्रयास कर डिस्कस थ्रो टी57 और क्लब थ्रो एफ51 फ़ाइनल को दोबारा शुरू कर पूरा कराया।