‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने के लिए स्थानीय उद्योगों एवं नवाचारों को करना होगा प्रोत्साहित : बाबूलाल

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कार्यक्रम में आए भाजपा कार्यकर्ताओं और आम लोगों को संबोधित करते हुए बाबूलाल ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ का तात्पर्य ऐसे राष्ट्र से है, जो अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए बाहरी देशों पर निर्भर न रहे। यह पहल भारत को आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्थानीय उद्योगों, नवाचारों और उत्पादन को प्रोत्साहित करना होगा।

उन्होंने देश और प्रदेश की जनता से आग्रह किया कि वे अपने दैनिक जीवन में स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करें। स्वभाषा और स्वभूषा को अपनाकर देश को आत्मबल दें। उन्होंने कहा कि यदि हम सभी मिलकर स्वदेशी का भाव अपनाएं, तो 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना कोई असंभव कार्य नहीं रहेगा।

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि भारत को विकसित देश बनाने की दिशा में स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग सबसे मजबूत आधार है। जब हम विदेशी सामान खरीदते हैं, तो हमारा धन विदेशों में चला जाता है, जबकि स्वदेशी वस्तुएं हमारे देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त करती हैं।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं और भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया।