उन्होंने शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भाजपा के पंचायत से लेकर राष्ट्रीय स्तर के नेता विदेशी उत्पादों का उपयोग करते हैं। सिन्हा ने कहा कि भाजपा नेताओं के मुंह से स्वदेशी शब्द सूनना अटपट्टा सा लगता है, क्योंकि स्वदेशी आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का एक हिस्सा था जो आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देता था। उन्होंने कहा कि स्वदेशी आंदोलन भारतीय राष्ट्रवाद में योगदान देता था, लेकिन जिन लोगों की स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका नग्नय रही वे आज स्वदेशी का ढोंग रच रहे हैं।
उन्होंने पूछा कि भाजपा नेता यह बतायें कि अपने 11 साल के शासनकाल के दौरान इस देश में कितने छोटे और मंझोले उद्योगों को बढ़ावा दिया। ताकि स्वदेशी चीजों को बढावा मिल सके। यहां तक देश में जो छोटे उद्योग स्वदेशी चीजें बनाते थे उनपर जीएसटी लगाकर उन्हें बंदी के कागार पर पहुंचा दिया।