स्रोतों के अनुसार, इस कारवां से भारी मात्रा में हशीश और हेरोइन जैसी नशीली दवाएं बरामद हुईं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना बलूच प्रतिरोध के बढ़ते दबाव के कारण मानसिक और शारीरिक रूप से प्रभावित है। कई सैनिक कथित रूप से नशीली दवाओं के सेवन के आदी हो गए हैं।
बलूच सुरक्षा बल न केवल पाकिस्तानी सेना का प्रत्यक्ष मुकाबला कर रहे हैं, बल्कि सेना की नशा तस्करी को भी रोकने के लिए लगातार कार्रवाई कर रहे हैं। पहले संगान, हर्नाई और लोरलाई में अफीम की खेती को नष्ट किया गया है। इसके अलावा, स्थानीय लोगों को चरमपंथी प्रभाव से बचाने और पाकिस्तान के गहरे राज्य और खुफिया एजेंसियों द्वारा समर्थित उग्रवादी समूहों को रोकने के लिए भी बलूच सुरक्षा बल सक्रिय हैं।
अभी हाल ही में कलात के मांगुचर क्षेत्र में मुख्य सड़क पर बने चेकपॉइंट पर पाकिस्तानी बलों और बलूच सेनाओं के बीच भीषण झड़प हुई, जिसमें पाकिस्तानी सेना को नुकसान हुआ। वहीं, कची जिले के धादर हाजी शहर में बलूच सुरक्षा बलों ने एक लेवीज पुलिस स्टेशन पर कब्जा किया, पुलिसकर्मियों को हथियार रहित किया और स्टेशन में आग लगा दी।
बलूच सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई क्षेत्र में पाकिस्तान की अवैध गतिविधियों और नशा तस्करी को रोकने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।