हिसार, 6 अक्टूबर । अंतरराष्ट्रीय हिंदी साहित्य उत्सव, सम्मान समारोह
एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह में हिसार निवासी वरिष्ठ साहित्यकार जयभगवान सैनी को निर्मला
हरियाणवी साहित्य गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उनकी तीन पुस्तकों
का लाकार्पण भी किया गया।
हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी पंचकूला, निर्मला स्मृति साहित्यिक समिति
चरखी दादरी एवं अखिल भारतीय प्रेरणा साहित्य एवं शोध संस्थान कुरुक्षेत्र के संयुक्त
तत्वावधान में कुरुक्षेत्र स्थित प्रेरणा वृद्ध आश्रम के रामस्वरूप सभागार में साेमवार काे आयोजित
किए गए इस समारोह में देश-विदेश के साहित्यकारों ने हिस्सा लिया।
पुरस्कार मिलने के
उपरांत जयभगवान सैनी ने कहा कि रचनात्मक व सृजनात्मक लेखन करना ही उनके जीवन का प्राथमिक
उद्देश्य है। इसी उद्देश्य के चलते वे निरंतर साहित्य सृजन में जुटे हैं। इस समारोह
में जयभगवान की पुस्तकों बाल साहित्य चुन्नू-मुन्नू, लघु कहानियां बोलती पोल खोलती
एवं हरियाणवी अनुवादित पुस्तक खुशी अपणी गोज में का लोकार्पण हुआ। जयभगवान सैनी पुस्तकों की रचना के लिए विभिन्न संस्थाओं से समय-समय पर सम्मानित
हो चुके हैं। जयभगवान सैनी द्वारा रचित यात्रा संस्मरण, कविता संग्रह, लघुकविता संग्रह,
आत्मकथा, बाल साहित्य, कहानी संग्रह, अनुवादित एवं विभिन्न विधाओं पर आधारित बहुत सी
पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके द्वारा लिखित श्री अमरनाथ धाम एवं गंगा मैया,
डगर-डगर नगर-नगर, रास्तों में रास्ते, वे सुनहरे पल व चलें धामों की ओर यात्रा संस्मरण
काफी पसंद किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि हिसार की बड़वाली ढाणी निवासी जयभगवान सैनी विभिन्न सरकारी
विभागों में नौकरी की और अंत में औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग से प्रधानाचार्य के पद से
सेवानिवृत्त होकर साहित्य साधना में जुट गए। वे विभिन्न राज्यों व अनगिनत धार्मिक स्थलों
की यात्रा करके उनका अवलोकन कर चुके हैं।