चैंपियनशिप में रविवार को हुई 1500 मीटर दौड़ में शुरुआत से ही जबरदस्त रोमांच देखने को मिला। ट्रैक पर भारत, श्रीलंका, नेपाल और भूटान के धावकों के बीच कड़ी टक्कर रही। जैसे-जैसे दौड़ अपने अंतिम चरण में पहुंची, मध्य प्रदेश राज्य एथलेटिक्स अकादमी के अर्जुन वास्कले ने अपनी गति बढ़ाई और शानदार अंदाज़ में 3 मिनट 54.58 सेकंड के समय के साथ सबसे पहले फिनिश लाइन पार की। इसके साथ उन्होंने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। उनके पीछे श्रीलंका के गल्लागे रुसीरु चथ ने 3:55.12 सेकंड में रजत पदक हासिल किया, जबकि उनके ही साथी रोजिदीन मोहामथु ने 3:55.95 सेकंड में कांस्य पदक अपने नाम किया। इस रोमांचक मुकाबले में अर्जुन की रणनीतिक रफ्तार और अंतिम लैप में दिखाई गई दमदार स्प्रिंट ने दर्शकों और निर्णायकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रतियोगिता के परिणाम-
स्वर्ण पदक: अर्जुन वास्कले (भारत) — 3:54.58 सेकंडरजत पदक: गल्लागे रुसीरु चथ (श्रीलंका) — 3:55.12 सेकंडकांस्य पदक: रोजिदीन मोहामथु (श्रीलंका) — 3:55.95 सेकंड
मध्य प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि अर्जुन वास्कले ने अपने समर्पण और मेहनत से यह साबित किया है कि मध्यप्रदेश की नई पीढ़ी के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। उनका यह प्रदर्शन प्रदेश के सभी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायी है।
अर्जुन की इस सफलता के पीछे मध्य प्रदेश राज्य एथलेटिक्स अकादमी, भोपाल में मिला उच्चस्तरीय प्रशिक्षण और अनुभवी कोचों का सतत मार्गदर्शन प्रमुख रहा है। अकादमी के आधुनिक संसाधन, वैज्ञानिक प्रशिक्षण प्रणाली और खेल विभाग की उत्कृष्ट नीतियाँ खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित कर रही हैं।
अर्जुन वास्कले का यह स्वर्ण पदक न केवल प्रदेश की खेल नीति की सफलता का प्रतीक है, बल्कि यह सिद्ध करता है कि मध्य प्रदेश अब देश का उभरता हुआ स्पोर्ट्स पावरहाउस बन चुका है। उनकी यह उपलब्धि निश्चित रूप से प्रदेश के अन्य युवा एथलीटों को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए प्रेरित करेगी।
मध्य प्रदेश के समरदीप ने शॉट पुट में जीता स्वर्ण पदक
इसी तरह रांची में 24 से 26 अक्टूबर तक आयोजित चौथी साउथ एशियन सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मध्य प्रदेश राज्य एथलेटिक्स अकादमी के स्टार शॉट पुटर समरदीप सिंह गिल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 19.59 मीटर के उत्कृष्ट थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता। समरदीप ने इस प्रतियोगिता में भारतीय टीम की कप्तानी करते हुए देश को स्वर्ण पदक दिलाकर न केवल भारत का, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश का गौरव बढ़ाया।
मध्य प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने समरदीप सिंह गिल को स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि “समरदीप ने एक बार फिर यह साबित किया है कि मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं। उनका प्रदर्शन प्रदेश के सभी खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायी है।