उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने अपने संबोधन में महासंघ द्वारा आधुनिक एवं व्यवहारिक शिक्षा को पूर्ण महत्व देते हुए शिक्षा में नवाचारों का प्रयोग करते हुए नई शिक्षा नीति को अपनाने पर बल दिया। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित सभी शिक्षकों को आयातित वस्तुओं के स्थान पर प्रकृति के अनुकूल स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की शपथ दिलाई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निंबाराम ने इस अवसर पर कहा कि हमें हमारे विद्यार्थियों को स्थानीय महापुरुषों जिनका विभिन्न क्षेत्रों जैसे समाज सुधार ,गौरक्षा, पर्यावरण संरक्षण महिला सशक्तिकरण आदि में योगदान रहा उनकी जीवनियों से परिचित कराना चाहिए ।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नारायण लाल गुप्ता ने सभी अतिथियों एवं कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक संघ एक ट्रेड यूनियन न होकर राष्ट्र निर्माण का एक संगठन होना चाहिए जो भारत की प्राचीन गुरू को परंपरा पर आधारित हो। हम एक विचार के साथ सदैव सकारात्मक लेकर एक बड़े लक्ष्य के लिए राष्ट्र, समाज और शिक्षा के हित में कार्य करेंगे और साथ में हमारे सम्मान की रक्षा भी करेंगे।
कार्यक्रम के संयोजक राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा ने बताया कि प्रदर्शनी में महासंघ की गतिविधियों शैक्षणिक दृष्टिकोण और राष्ट्रीय भूमिका का दस्तावेजीकरण प्रस्तुत किया गया। प्रदर्शनी में एबीआरएसएम की संपूर्ण विकास यात्रा के साथ 31 राज्यों में आयोजित कार्यक्रमों एवं शिक्षक हितों के लिए किए गए प्रयासों को दर्शाया गया। महासंघ द्वारा समय-समय पर किए गए सामाजिक सरोकारों एवं राष्ट्रीय आपदाओं में कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कार्यों ,शिक्षा के क्षेत्र में संगठन द्वारा किए गए शैक्षिक समाचारों एवं शिक्षा में राष्ट्रवाद के समावेश को दर्शाते हुए शिक्षक राष्ट्र के लिए थीम पर आधारित वीडियो एवं चित्रों को प्रदर्शित किया गया । साथ ही साथ संगठन द्वारा समाज में प्रारंभ किए गए सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन कार्यक्रमों से परिचित कराया गया ।
प्रदर्शनी में राजस्थान की कला एवं संस्कृति एवं वैभवपूर्ण स्थापत्य कला की पूर्ण झलक दिखाई गई । भारत की विभिन्न भाषाओं में लिखे साहित्य की दुर्लभ पुस्तकों, हस्तकला द्वारा निर्मित वस्तुओं की स्टाल लगाकर कार्यकर्ताओं को भी यह सामग्री उपलब्ध कराई गई।
अधिवेशन का उद्घाटन सत्र 5 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे होगा। इसका शुभारंभ राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, अनेक विश्वविद्यालयों के कुलपति और देश के प्रमुख शिक्षाविद भी उपस्थित रहेंगे।