नगर निगम की बैठक में 225 से अधिक एजेंडों पर व्यापक चर्चा हुई। बैठक की अध्यक्षता
मेयर राजीव जैन ने की। इसमें सुभाष चौक पर कस्टोडियन भूमि पर बनी 17 दुकानों के टूटने
के बाद दुकानदारों के पुनर्वास का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके साथ ही शहर में बंदरों
को पकड़ने की कार्रवाई शीघ्र शुरू करने पर भी सहमति बनी।
बैठक
में पार्षदों ने शहर में चल रहे विकास कार्यों पर संतोष व्यक्त किया तथा अधिकारियों
को कार्यों की गुणवत्ता पर ध्यान देने और गति बढ़ाने के निर्देश दिए। सफाई व्यवस्था
को मजबूत करने के लिए नए ठेकेदार को आवश्यक संसाधन देने और रोड स्वीपिंग मशीनों के
उपयोग को सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। पार्षदों ने सड़कों की शीघ्र मरम्मत की भी
मांग रखी।
बैठक
में गोहाना बाईपास पर वीटा चौक बनाने, सैन चौक व भगवान महावीर चौक के सौंदर्यीकरण,
हरसाना गांव का सामुदायिक केंद्र पंचायत को सौंपने, तालाबों की सफाई, गांवों में यमुना
जल आपूर्ति शुरू करने, जिंदल विश्वविद्यालय को तीन एकड़ भूमि किराये पर देने के बजाय
बेचने, जाट जोशी व जगदीशपुर गांव के शमशान घाटों के पुनर्निर्माण तथा पार्कों के रखरखाव
हेतु टेंडर जारी करने जैसे प्रस्ताव पारित किए गए।
बैठक
में अवैध कालोनियों व निर्माणों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग भी उठी। इस अवसर पर
विधायक निखिल मदान, आयुक्त हर्षित कुमार, सह आयुक्त मीतू धनखड़, सीनियर डिप्टी मेयर
राजीव सरोहा, डिप्टी मेयर मनजीत गहलावत, अनेक पार्षद एवं निगम अधिकारी उपस्थित रहे।