पश्चिमी सिंहभूम जिला स्थित चाईबासा सदर विधानसभा अंतर्गत पांडबीर पंचायत के हेसाबांध गांव में बुधवार को एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता वार्ड सदस्य समीर सेन सुरिन ने की। ग्रामीणों ने पंचायत क्षेत्र में व्याप्त विभिन्न समस्याओं को लेकर चिंता जताई और समाधान की मांग की।
बैठक में ग्रामीण सोनाराम गोप ने कहा कि आम का पेड़ लगाने के लिए ग्रामीणों से गड्ढा खुदवाया गया, पौधे लगवाए गए और घेराबंदी भी करवाई गई, लेकिन अब तक मजदूरी की राशि नहीं दी गई है। उन्होंने बताया कि काम करवाने वाले लोगों का कहना है कि प्रखंड कार्यालय से भुगतान नहीं हो रहा है, इस कारण मजदूरी नहीं मिल पाई है। इसको लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है और वे चेतावनी दे रहे हैं कि यदि जल्द भुगतान नहीं हुआ तो वे विरोध स्वरूप कार्रवाई करेंगे।
स्वास्थ्य उपकेंद्र से संबंधित मुद्दे को उठाते हुए माटा तमसोय ने कहा कि अंजेडबेड़ा स्थित उपकेंद्र तक पहुंचने का रास्ता काफी जर्जर है, जिस कारण चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी समय पर नहीं पहुंच पाते। उन्होंने सड़क मरम्मत के लिए आंदोलन की जरूरत बताई।
वहीं अधिवक्ता महेंद्र जामुदा ने कहा कि उपायुक्त से एक सप्ताह का समय मांगा गया था, जो अब समाप्त हो गया है। ऐसे में अब मंत्री दीपक बिरुवा के घर का घेराव करना पड़ेगा।
मानकी तुबिड ने बताया कि 25 सितंबर को पांडबीर पंचायत भवन में एक वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लोगों को मोबाइल के जरिए राशन कार्ड, पेंशन योजनाएं, इंदिरा आवास की सूची आदि देखने की प्रक्रिया सिखाई जाएगी।
समाजसेवी रमेश बालमुचू ने कहा कि गांव में अभी तक मुंडा की नियुक्ति नहीं हो पाई है, जिससे ग्रामीणों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए मानकी के पास जाना पड़ रहा है। उन्होंने इस पर प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग की।
बैठक में तुलसीनाथ सुरिन, रेंगो पुरती, योगेंद्र सुरिन, लाखिंद्र सवैया, सिंगराय गगराई, लुकना गोप सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।