एमके स्टालिन ने ऑक्सफ़ोर्ड में पेरियार के चित्र का अनावरण किया

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यह अनावरण दिवंगत नेता के स्वाभिमान आंदाेलन के साै साल पूरा हाेने के उपलक्ष्य में “स्वाभिमान आंदाेलन और उसकी विरासत 2025” विषय पर आयाेजित एक अंतरराष्ट्रीय संगाेष्ठी के अंतर्गत किया गया। इस दाैरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के ताैर पर अपने संबाेधन में स्टालिन ने चित्र के अनावरण काे अपने जीवन का अविस्मरणीय क्षण बताते हुए कहा कि पेरियार के समानता के सिद्धांत सीमाओं से परे हैं और वे समूची मानवता से जुड़े हैं। इस अवसर पर उन्हाेंने निचले तबकाें के समुदायाें के उत्थान के लिए विश्वस्तर पर आरक्षण की नीतियां अपनाए जाने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे पेरियार की सामाजिक न्याय की अवधारणा पूरी हाे सकेगी।

मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु में महिलाओं काे संपत्ति का समान अधिकार है और राज्य के मंदिराें में सभी धर्माे के लाेग पुजारी बन सकते हैं। राज्य ने ऐसा कर समाज सुधार आंदाेलन काे राजनीतिक बल प्रदान किया है। इस अवसर पर उन्हाेंने दाे पुस्तकाें “द द्रविड़ियन पाथवे” और “द कैम्ब्रिज कम्पैनियन टू पेरियार” का भी विमाेचन किया। बाद में साेशल मीडिया मंच पर अपने पाेस्ट में स्टालिन ने चित्र के अनावरण काे गर्व का क्षण बताते हुए खुद काे पेरियार का पाेता करार दिया।

उल्लेखनीय है कि स्टालिन एक सप्ताह के विदेश दाैरे पर हैं। इससे पहले वह जर्मनी में थे। उनकी विदेश यात्रा का लक्ष्य राज्य के लिेए विदेशी निवेश की संभावनाएं तलाशना है।