बताया जा रहा है कि जमाल डोम स्नान कर चुके थे। इसका बाद उनका पोता तालाब में नहा रहा था। अचानक पोता गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। यह देख दादा ने बिना देर किए तालाब में छलांग लगा दी।
उन्होंने अपने पोते को तो सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन खुद गहरे पानी में फंसकर बाहर नहीं निकल पाए। गांव के लोगों ने आनन-फानन में खोजबीन शुरू की और करीब आधे घंटे बाद जमाल डोम का शव तालाब से निकाला गया।
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक जमाल डोम बांस से सूप, पंखा और डालिया बनाने का काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके निधन से गांव में शोक की लहर दौड़ गई। लोग उन्हें एक कर्मठ और परिवार के प्रति समर्पित व्यक्ति के रूप में याद कर रहे हैं।