रुड़की के ज्योतिष गुरुकुलम में आयोजित कार्यक्रम में हिन्दी साहित्य भारती के अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र शुक्ल ने कहा कि पांच वर्ष पहले हिंदी साहित्य भारती का गठन हुआ। आज संगठन 37 देशों में कार्य कर रहा है। सनातन की रक्षा करना एवं उसका प्रचार प्रसार करना ही संगठन का प्रमुख उद्देश्य है। सृष्टि के निर्माण के साथ ही सनातन धर्म का उदय हुआ।
उन्होंने कहा कि दुनिया में केवल एक धर्म सनातन है बाकी मजहब है। उन्होंने कहा कि देश में अगर सनातन को जीवित रखना है तो सबसे पहले जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू होना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने हिंदी साहित्य भारती आध्यात्मिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक की जिम्मेदारी आचार्य रमेश सेमवाल एवं प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी सुधांशु वत्स को दी।इस मौके पर आचार्य रमेश सेमवाल ने कहा कि अगर हम धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म हमारी रक्षा करेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी परम्परा को आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। कार्यक्रम का संचालन संगठन के अंतराष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉक्टर अनिल शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर अपने लक्ष्य को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय महामंत्री डॉक्टर रामनिवास शुक्ला,सतीश शर्मा, प्रवीण शास्त्री, सचिन शास्त्री एवं प्रकाश शास्त्री मौजूद रहे।