मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो. राज किशोर शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि उम्मीदवारों को विश्वविद्यालय या निजी खाते में कोई राशि जमा करने की आवश्यकता नहीं है। जमानत बांड पर माता-पिता, अभिभावक, मित्र या समर्थक हस्ताक्षर कर सकते हैं।
मुख्य पीठासीन अधिकारी डॉ. राजेश सिंह ने कहा कि डूसू चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी होगा, जिसमें सभी पक्षों का सहयोग अपेक्षित है।
प्रो. शर्मा ने बताया कि प्रचार के लिए केवल हस्तनिर्मित पोस्टरों की अनुमति होगी, जिन्हें विश्वविद्यालय की निर्दिष्ट दीवारों पर चिपकाया जा सकता है। किसी भी प्रकार के विरूपण की शिकायत डूसू के ऑनलाइन पोर्टल या कॉलेज पोर्टल पर दर्ज की जा सकती है।
डूसू चुनाव समिति ने 2025-26 के चुनाव को हरित और स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया है। विरूपण और दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के प्रति शून्य सहिष्णुता नीति अपनाई गई है।
प्रो. शर्मा ने बताया कि विरूपण निवारण समिति, अनुशासन समितियां, छात्र शिकायत प्रकोष्ठ, विश्वविद्यालय प्रॉक्टोरियल बोर्ड, दिल्ली पुलिस और अन्य नागरिक एजेंसियां चुनाव प्रक्रिया पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार से पर्यवेक्षकों की एक टीम कॉलेजों और आसपास के क्षेत्रों में विरूपण की जांच के लिए दौरा शुरू करेगी।
चुनाव समिति ने संभावित उम्मीदवारों और छात्र समूहों के साथ बैठक कर निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करने पर चर्चा की। छात्रों ने चुनाव को विरूपण-मुक्त रखने में रुचि दिखाई है।
प्रो. शर्मा ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने और विरूपण से बचने में छात्रों के अब तक के सहयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि डूसू चुनाव 2025-26 को निष्पक्ष, पारदर्शी और पर्यावरण-अनुकूल बनाने की दिशा में विश्वविद्यालय और चुनाव समिति प्रतिबद्ध है।