भोपाल, 29 सितम्बर । मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की विभिन्न शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में सोमवार को विश्व हृदय दिवस का आयोजन डोन्ट मिट ए बीट (don’t miss a beat) की थीम पर किया गया। इस अवसर पर “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार” अभियान अंतर्गत कलेक्टर कार्यालय भोपाल में हृदय रोग जागरूकता एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया, जिसमें कलेक्टर कार्यालय परिसर के अधिकारियों, कर्मचारियों और हितग्राहियों ने स्वास्थ्य परीक्षण कराया। जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र में बच्चों की ह्रदय जांच के लिए विशेष स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किया गया, जिसमें मुंबई से आए हृदय रोग विशेषज्ञ द्वारा इकोकार्डियोग्राफी की गई।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मनीष शर्मा ने बताया कि जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र में आयोजित शिविर में आरबीएसके दल द्वारा दिल की बीमारियों के लिए चिह्नित किए गए 105 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 43 बच्चों में हृदय रोग संबंधी समस्याएं मिलने पर ऑपरेशन की सलाह दी गई। इन बच्चों का उपचार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत नि:शुल्क किया जाएगा। कलेक्ट्रेट में आयोजित शिविर में ब्लड प्रेशर,ब्लड शुगर, हीमोग्लोबिन जांच, चिकित्सकीय परामर्श, दवाइयों सहित ब्लड टेस्ट किए गए। शिविर में 163 लोगों की जांच की गई। जिनमें से 16 लोगों का रक्तचाप एवं 14 के रक्त में बढ़ी हुई शर्करा पाई गई।
उन्होंने बताया कि स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान अंतर्गत आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में आयोजित परामर्श क्षेत्र में दिल की बीमारियों के लक्षणों एवं जीवन शैली प्रबंधन पर विस्तृत जानकारी दी गई।साथ ही हृदय को स्वस्थ रखने हेतु दैनिक क्रियाकलापों, व्यायाम, भोजन के संबंध में जागरूकता हेतु पोस्टर प्रतियोगिताओं एवं प्रश्नोत्तरी सत्रों का आयोजन किया किया गया।जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद्य पदार्थों से लो कोलेस्ट्रॉल बनाने की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शर्मा ने बताया कि ह्रदय रोग का प्रभाव युवाओं में भी देखने को मिल रहा है। सीने में लगातार दर्द, दबाव, कंधे या हाथ में दर्द या दबाव होना, जबड़ों में अकारण दर्द होना,परिश्रम के बाद सांस लेने में तकलीफ, सांस फूलना, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द,अचानक जी घबराना या पसीना छूटना जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक है। असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत सभी शासकीय संस्थाओं में ब्लड प्रेशर एवं मधुमेह की नि:शुल्क जांच की जाती है।