पुलिस ने बताया कि शनिवार को बंदरगाह शहर चटगांव में ईद-ए-मिलादुन्नबी के उपलक्ष्य में निकाले गए जश्न-ए-जुलूस के दौरान अलग-अलग हादसों में दो लोगों की मौत हो गई और दस अन्य घायल हो गए। मृतकों में से एक की पहचान अगराबाद सीडीए क्षेत्र के शमसुल हक के 35 वर्षीय पुत्र महफूज के रूप में हुई है। चश्मदीदों के हवाले से चटगांव मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पुलिस शिविर के प्रभारी नूरुल आलम आशिक ने बताया कि मुरादपुर इलाके में जश्न-ए-जुलूस के जुलूस मची भगदड़ में महफूज गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। मोहम्मदपुर शोलोशोहोर इलाके में एक छोटा पुल ढह जाने से एक अज्ञात व्यक्ति की मौत हो गई और दस अन्य घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार, राजबाड़ी स्थित नूरल पगला की दरगाह पर शुक्रवार रात हुए हमले के सिलसिले में 3,500 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ग्वालंदा घाट पुलिस स्टेशन के सब इंस्पेक्टर सलीम मोल्ला ने आधी रात को 3,500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। थाना प्रभारी रकीबुल इस्लाम ने बताया कि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। दरगाह के आसपास के इलाके में तनाव व्याप्त है। अशांति को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और लगभग 50 अन्य घायल हो गए। मृतक की पहचान आजाद मुल्ला के बेटे रसेल मुल्ला के रूप में हुई है।
हमले में 10-12 पुलिस अधिकारी भी घायल हुए हैं। यूएनओ की कार के साथ-साथ दो पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की गई। बाद में कुछ उपद्रवी लोगों ने दरगाह पर धावा बोलकर कीमती सामान लूट लिया। यही नहीं हमलावरों ने ढाका-खुलना राजमार्ग पर गोलंदा घाट में नूरल पगला की कब्र खोदकर ताबूत में आग लगा दी। खुद को इमाम महदी घोषित करने वाले नूरुल हक उर्फ नूरल पगला का वृद्धावस्था संबंधी जटिलताओं के कारण निधन हो गया था। गोलंदो उप जिला ईमान-अकीदा संरक्षण समिति ने पुलिस और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर नूरल पगला के परिवार के साथ उनकी कब्र को समतल करने के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया है।
इसके अलावा, ईद-ए-मिलादुन्नबी के अवसर पर शनिवार सुबह जश्ने जुलूस के लिए ढाका में बड़ी भीड़ एकत्र हुई। देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों लोग राजधानी स्थित सुहरावर्दी उद्यान और इंजीनियर्स इंस्टीट्यूशन ऑडिटोरियम के सामने एकत्रित हुए। विभिन्न दरगाहों और खानकाहों के प्रतिनिधियों के नेतृत्व में अलग-अलग जुलूस इन जश्ने-जुलूस में शामिल हुए। इस साल ढाका में सबसे बड़ा जुलूस चटगांव के फातिक्छारी से अंजुमन-ए-रहमानिया माइनिया मैजभंडारिया दरगाह शरीफ के श्रद्धालुओं ने आयोजित किया। सैयद मोइनुद्दीन अहमद के बड़े बेटे सैयद सैफुद्दीन अहमद के नेतृत्व में एक समूह सुहरावर्दी उद्यान में एकत्रित हुआ, जबकि छोटे बेटे सैयद शाहिदुद्दीन अहमद के अनुयायी इंजीनियर्स इंस्टीट्यूशन के सामने एकत्रित हुए।
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